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Hindi News विदेश अमेरिका पाकिस्तानी आतंकियों से संबंध रखने वाले NGO को अमेरिका दे रहा वित्तीय मदद, बाइडन की खुली पोल

पाकिस्तानी आतंकियों से संबंध रखने वाले NGO को अमेरिका दे रहा वित्तीय मदद, बाइडन की खुली पोल

अमेरिकी सांसद के इस खुलासे ने जो बाइडन समेत अमेरिका की भी कलई खोल दी है। अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और आतंकवादियों से लड़ने का दावा करने वाले अमेरिका को पूरी दुनिया के सामने बेनकाब होना पड़ा है। वैसे अमेरिका का पाकिस्तान से लगाव कोई नया नहीं है। वह समय-समय पर पाकिस्तान की वित्तीय मदद किसी न किसी बहाने करता रहता है।

जो बाइडन, अमेरिकी राष्ट्रपति (फाइल)- India TV Hindi Image Source : PTI जो बाइडन, अमेरिकी राष्ट्रपति (फाइल)

America Helping to Pakistan's Terrorist NGO: दुनिया भर में आतंकवाद से लड़ने का दावा करने वाले अमेरिका और राष्ट्रपति जो बाइडन की पोल उसके अपने ही एक शीर्ष सांसद ने खोल दी है। इससे पूरी दुनिया के सामने आतंकवाद पर अमेरिकी मंशा बेनकाब हो गई है। अमेरिका के एक शीर्ष सांसद ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि जो बाइडन पाकिस्तान में स्थित एक अमेरिकी गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ)को वित्तीय मदद दे रहे हैं, जिसका संबंध प्रतिबंधित आतंकवादी गुटों से है। अमेरिकी सांसद ने दावा किया है कि पाकिस्तानी आतंकियों से संबंध होने के बावजूद इस एनजीओ को अंतरराष्ट्रीय विकास के नाम पर अमेरिकी एजेंसी वित्तीय सहायता दे रही है।

अमेरिकी सांसद के इस खुलासे ने जो बाइडन समेत अमेरिका की भी कलई खोल दी है। अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और आतंकवादियों से लड़ने का दावा करने वाले अमेरिका को पूरी दुनिया के सामने बेनकाब होना पड़ा है। वैसे अमेरिका का पाकिस्तान से लगाव कोई नया नहीं है। वह समय-समय पर पाकिस्तान की वित्तीय मदद किसी न किसी बहाने करता रहता है। जबकि पाकिस्तान अमेरिका से मिले फंड का दुरुपयोग आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में करता है।

अमेरिकी सांसद ने एनजीओ की दी जाने वाली मदद निलंबित करने की मांग की
अमेरिकी सांसद माइकल मैककॉल ने दावा किया कि इस एनजीओ को अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए अमेरिकी एजेंसी (यूएसएड) से वित्तीय सहायता हासिल है। यूएसएड की प्रशासक समांथा पावर को 24 जनवरी को लिखे पत्र में माइकल ने उनके द्वारा लगाए गए आरोपों की गहन जांच किए जाने तक संबंधित एनजीओ को दी जाने वाली मदद निलंबित करने की मांग की। मैककॉल अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा, “इन आरोपों की गहन जांच होने तक एनजीओ को दी जाने वाली मदद तत्काल प्रभाव से रोक दी जानी चाहिए। मैककॉल ने पाकिस्तानी आतंकियों से संबंध रखने वाले इस एनजीओ को वित्तीय सहायता दिए जाने पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहाकि यूएसएड को उनके कार्यालय से 8 महीने से अधिक समय पहले इन आरोपों के बारे में विश्वनीय जानकारी मिली थी कि उससे अनुदान प्राप्त करने वाले एक एनजीओ के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से संबंध हैं।

2019 में भी लगे थे अमेरिका पर ऐसे ही आरोप
मैककॉल ने कहा कि अक्टूबर 2021 में यूएसएड ने महासागर भाड़ा प्रतिपूर्ति कार्यक्रम के तहत ‘हेल्पिंग हैंड फॉर रिलीफ एंड डेवलपमेंट (एचएचआरडी) को 1.10 लाख डॉलर की मदद मुहैया कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह मदद लंबे समय से लगाए जा रहे इन गंभीर आरोपों के बावजूद उपलब्ध कराई गई। जबकि एचएचआरडी के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों, आतंकवाद के वित्त पोषकों और कट्टरपंथी गुटों से गहरे रिश्ते हैं। मैककॉल ने कहा कि नवंबर 2019 में भी अमेरिका के तीन सांसदों ने विदेश विभाग को लिखे एक खुले पत्र में एचएचआरडी के आतंकवादियों से संबंधों की जांच कराने की मांग की थी, लेकिन उसे नजरंदाज किया गया। मैककॉल ने कहा कि एनजीओ के आतंकी संगठनों से संबंध होने के इन आरोपों की तत्काल गहनता से जांच कराई जानी चाहिए। जांच पूरी नहीं होने तक एचएचआरडी को वित्तीय सहायता रोक दी जानी चाहिए। अमेरिकी सांसद के इस गंभीर आरोप से राष्ट्रपति जो बाइडन की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

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