चुनावी रैली...चली गोली...बाल-बाल बची ट्रंप की जान, आखिर हुआ क्या था; जानें पूरा हाल
धूप तेज थी और ट्रंप ने अपना भाषण शुरू ही किया था। लोग ‘गॉड ब्लेस द यूएसए’ के नारे लगा रहे थे लेकिन इस बीच वो हो गया जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी। ट्रंप की हत्या करने का प्रयास किया गया। जानिए आखिर हुआ क्या था।
बटलर: ‘गॉड ब्लेस द यूएसए’ के नारों के बीच शनिवार शाम छह बजकर दो मिनट पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेनसिल्वेनिया के बटलर में भीड़ का अभिवादन किया। भीड़ का अभिवादन करने के बाद उन्होंने मंच संभाला और कड़ी धूप के बीच अपना भाषण शुरू ही किया था कि कुछ मिनटों बाद गोलियां चलने की आवाज सुनाई देने लगी। ट्रंप रैली में अवैध सीमा पार के मामलों में वृद्धि के बारे में राष्ट्रपति जो बाइडन के खिलाफ बोल रहे थे, तभी कम से कम पांच गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी। जैसे ही सीक्रेट सर्विस के एजेंट उनकी ओर बढ़े तो ट्रंप ने अपना कान पकड़ लिया। एजेंटों के चिल्लाने पर वह जमीन पर बैठ गए। कुछ मिनटों बाद ट्रंप खड़े हुए, सीक्रेट सर्विस के एजेंटों ने तुरंत उन्हें घेर लिया था।
यह हत्या का प्रयास था
ट्रंप के कान से खून बह रहा था तो सीक्रेट सर्विस के एजेंटों ने उन्हें मंच से बाईं ओर ले जाने की कोशिश की। ट्रंप ने कहा, ‘‘रुको, रुको, रुको।’’ इसके बाद उन्होंने भीड़ की ओर मुठ्ठी दिखायी और ‘‘फाइट’’ (लड़ो) शब्द बोलते सुनाई दिए। इसके बाद एजेंट उन्हें सीढ़ियों से नीचे काले रंग की एक एसयूवी में ले गए। ट्रंप ने कार में बैठने से पहले भी मुठ्ठी बांध पर हाथ हवा में लहराया। स्थानीय डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी ने कहा कि हमलावर और रैली में आए एक व्यक्ति की मौत हो गई है। हमले के तुरंत बाद जारी एक बयान में अधिकारियों ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से हत्या का प्रयास था। ट्रंप के प्रचार अभियान दल ने बताया कि वह ‘‘ठीक’’ हैं। बटलर पश्चिमी पेनसिल्वेनिया के पिट्टसबर्ग में 33 मील उत्तर में स्थित 13,000 लोगों की आबादी वाला शहर है। ट्रंप को 2016 में राष्ट्रपति बनाने में इस क्षेत्र की अहम भूमिका थी और ट्रंप ने बटलर काउंटी में 32 प्रतिशत अंकों से जीत हासिल की थी।
सुनाई दी पटाखे फूटने जैसी आवाज
रिपब्लिकन पार्टी की ओर से बीवर काउंटी के उपाध्यक्ष रिको एल्मोर रैली में विशेष अतिथियों के लिए बनाई एक जगह पर बैठे थे तभी उन्हें पटाखे फूटने जैसी आवाज सुनाई दी। उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘नहीं, ये गोलियों की आवाज है। इसलिए मैं चिल्लाया, नीचे बैठ जाओ।’’ एल्मोर ने किसी को चिकित्साकर्मी को बुलाने के बारे में सुना। एल्मोर चिकित्साकर्मी नहीं थे लेकिन वह सेना में काम करने के दौरान प्राथमिक उपचार और सीपीआर देना जानते थे। वो अवरोधक फांदकर जब घायल व्यक्ति के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि उसे माथे पर गोली लगी है और काफी देर हो चुकी है। इसके बाद पुलिस और सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने सभी को रैली स्थल से निकाला। एक घंटे बाद उसे अपराध स्थल घोषित कर दिया गया। (एपी)
ट्रंप पर हमले का वीडियो
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