Al Zawahiri: भारत में मंगलवार की सुबह लोग सोकर भी नहीं उठे थे कि टीवी चैनलों पर एक आतंकी के मारे जाने की खबर फ्लैश होने लगी। लोगों ने सोचा कि शायद कश्मीर में कोई आतंकी मारा गया होगा। लेकिन कुछ देर बाद पता चलत है कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में एक मिशन में खूंखार आतंकी, लादेन का साथी और अल कायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को ढेर कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बताते हैं कि खुफिया एजेंसी ने एक मिशन में इस खूंखार आतंकी को ढेर कर दिया है। बकौल अमेरिकी राष्ट्रपति, शनिवार को सीआईए ने खास ऑपरेशन चलाया और रविवार तक उसके ढेर होने की खबर आ गई। सीआईए के इस खास अभियान में R9X निंजा मिसाइल का इस्तेमाल किया गया। आइए जानते हैं R9X मिसाइल के बारे में।
मिसाइल में नहीं होता जरा सा भी बारूद
CIA के इस मिशन में खतरनाक MQ-9 रीपर एएस ड्रोन का प्रयोग किया और इस ड्रोन को इससे दोगुनी खतरनाक मिसाइल R9X हेलफायर से लैस किया था। इस मिसाइल को दुनिया का सबसे ज्यादा एडवांस्ड हथियार माना जाता है। ये पलक झपकते ही दुश्मन को ढेर कर देती है। इस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें बारूद जरा भी नहीं होता बल्कि इसकी 6 धारदार ब्लेड्स किसी को काट देती हैं। जवाहिरी की जान इस मिसाइल के तलवार जैसी धार वाले ब्लेड्स ने ली है। ये मिसाइल लेजर से लैस होती हैं और जैसे ही टारगेट पर ड्रॉप की जाती हैं, उसका बचना नामुमकिन हो जाता है।
ओबामा प्रशासन तैयार की है यह मिसाइल
R9X मिसाइल को निंजा मिसाइल भी कहा जाता है। अमेरिकी मिलिट्री का सबसे घातक हथियार ये मिसाइल इतना सटीक हमला करती है कि सिर्फ टारगेट ढेर होता है और आसपास किसी को जरा भी नुकसान नहीं होता है। इस मिसाइल में लगे हुए ब्लेड्स इसे और भी खतरनाक बना देते हैं। बताया जाता है कि इस खतरनाक हथियार को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में साल 2011 में डेवलप किया गया था।
दरअसल ओबामा प्रशासन उस समय इस बात को लेकर चिंतित था कि ड्रोन हमले में आस-पास के मासूम नागरिकों की भी जान चली जाती है। जिसके बाद इस तरह की मिसाइल को बनाने का प्लान तैयार किया गया। मिसाइल को सीआईए और रक्षा विभाग ने मिलकर डेवलप किया और मिसाइल को लॉकहीड मार्टिन और नॉर्थरोप गुम्मान ने तैयार किया।
सेकेंड्स में हो जाती है बिल्डिंग तबाह
अमेरिकी रक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, हेलफायर आर9एक्स पहली बार 2017 में तैनात की गई थी। उस समय अमेरिका ने इस मिसाइल से ही अल-कायदा के आतंकी अबू अल-खैर अल-मसरी को ढेर किया था। ये मिसाइल इतनी तेज है कि बिल्डिंग्स, कार की छत और यहां तक कि किसी इंसान की खोपड़ी भी सेकेंड्स में चीर देती है। इस मिसाइल के आगे की तरफ 45 किलोग्राम के वजन का लोहा लगा होता है। इसके बाद 6 एक्सटेंडेड ब्लेड्स को इस तरह से फिट किया जाता है कि टारगेट पल भर में तबाह हो जाए।
Latest World News