"टिकटॉक" से अमेरिका की सुरक्षा में सेंध लगा रहा था चीन, भारत की तर्ज पर ह्वाइट हाउस भी लगाएगा बैन
अमेरिका ने चीनी शॉर्ट वीडियो-मेकिंग ऐप टिकटॉक को राष्ट्रव्यापी तौर पर प्रतिबंधित करने की योजना बनाई। हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी अगले महीने टिकटॉक के प्लेटफॉर्म को पूरी तरह से ब्लॉक करने के लिए एक बिल पर वोट करेगी।
America Will Ban Tik Tok: भारत के बाद अब अमेरिका भी चीन को बड़ा झटका देने जा रहा है। इससे चीन परेशान हो उठा है। दरअसल भारत की तर्ज पर जो बाइडन भी अमेरिका में टिकटॉक को बैन करने की तैयारी में है। अमेरिका ने चीनी टिकटॉक को देश की सुरक्षा के लिए खतरा माना है। इसलिए अब इसे प्रतिबंधित करने का सख्त कदम उठाने का फैसला किया गया है। अमेरिका के इस निर्णय ने चीन की हवा खराब कर दी है।
अमेरिका ने चीनी शॉर्ट वीडियो-मेकिंग ऐप टिकटॉक को राष्ट्रव्यापी तौर पर प्रतिबंधित करने की योजना बनाई। हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी अगले महीने टिकटॉक के प्लेटफॉर्म को पूरी तरह से ब्लॉक करने के लिए एक बिल पर वोट करेगी। रिपोर्ट के अनुसार यह बिल व्हाइट हाउस को बड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को लेकर टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की कानूनी शक्ति देगा। पिछले महीने यूएस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स द्वारा जारी किए गए मोबाइल उपकरणों पर चीनी शॉर्ट-फॉर्म वीडियो मेकिंग ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। सदन ने कर्मचारियों को सभी मोबाइल फोन से टिकटॉक हटाने का आदेश दिया।
अमेरिका ने टिकटॉक को माना सुरक्षा के लिए खतरा
अमेरिका ने चीनी एप टिकटॉक को देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा माना है। आपको बता दें कि अमेरिका के 19 राज्यों में स्थानीय प्रशासन ने पहले ही सरकार द्वारा जारी किए गए उपकरणों में टिकटॉक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। टिकटॉक वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को हल करने के लिए अमेरिकी न्याय विभाग के साथ एक समझौते पर बातचीत कर रहा है। पहले की रिपोर्टों में दावा किया गया था कि टिकटॉक की मूल कंपनी चीन स्थित बाइटडांस ने कम से कम दो अमेरिकी पत्रकारों और उनसे जुड़े अन्य लोगों की 'छोटी संख्या' के डेटा तक पहुंच बनाई।
अमेरिकी व्यक्तियों को ट्रैक करने के लिए हुआ टिकटॉक का इस्तेमाल
टिकटॉक पर कई अमेरिकी व्यक्तियों को ट्रैक करने का भी आरोप है। हालांकि पिछले साल अक्टूबर में टिकटॉक ने इस बात से इनकार किया था कि उसने कुछ अमेरिकी व्यक्तियों को ट्रैक करने के लिए विशिष्ट स्थान डेटा का उपयोग किया। फोर्ब्स मैग्जीन की भी एक रिपोर्ट में कहा गया था कि टिकटॉक ऐसी निगरानी की योजना बना रहा है। जून में टिकटॉक ने कहा था कि उसने ओरेकल के माध्यम से अमेरिकी उपयोगकर्ता डेटा को रूट करना शुरू कर दिया, ताकि चीन स्थित कर्मचारी अमेरिकी जानकारी तक पहुंच सकें। इससे पहले भारत वर्ष 2020 में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा चुका है।
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