वाशिंगटनः क्या आप सोच भी सकते हैं कि दुनिया के सबसे अग्रणी देशों में से एक अमेरिका में कोई एक शहर ऐसा भी है, जहां आज तक मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं नहीं पहुंची। यहां के लोग आज भी सैकड़ों वर्ष पुराने तरीके से अपनी जिंदगी जी रहे हैं। यहां जीपीएस तक काम नहीं करता है। यहां कहीं भी आवागमन करने के लिए किसी से या तो रास्ता पूछना पड़ेगा या फिर लिखे हुए संकेतों को पढ़कर पहुंचना पड़ेगा। अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा भला कैसे हो सकता है, तो आइये आपको पूरा मामला बताते हैं।
दरअसल अमेरिका के इस शहर को जानबूझकर रेडियेशन फ्री बनाने के लिए ऐसा किया गया है। यह वेस्ट वर्जीनिया का ग्रीन बैंक कहा जाता है, जहां किसी तरह का ध्वनि, वायु या जल प्रदूषण नहीं है। हालांकि यहां स्कूल, लाइब्रेरी की सुविधा है। दुनिया का सबसे बड़ा टेलिस्कोप भी इसी शहर में स्थित है।
1958 में बनाया गया था ये शहर
यह शहर ग्रीन और बेहद शांत है। इसकी स्थापना 1958 में की गई थी। यह अमेरिका के नेशनल रेडियो क्वाइट जोन (एनआरख्यूजेड) में आता है। इस शहर का क्षेत्रफल 33 हजार वर्ग किलोमीटर तक है। नेशनल रेडियो क्वाइट जोन का मतलब रेडियो फ्रिक्वेंसी फ्री बनाना मकसद था। यहां वाईफाई, इंटरनेट, मोबाइल, माइक्रोवेब जैसी कोई सुविधाएं नहीं दी गई हैं। क्योंकि यह सभी विद्युतचुंबकीय तरंगे उत्पन्न करने वाले उपकरण हैं। इसलिए इन सबको यहां प्रतिबंधित रखा गया है।
वैज्ञानिकों के लिए रिसर्च सुविधा
इस शहर में वैज्ञानिकों के लिए रिसर्च सुविधाएं मौजूद हैं। यहां स्थित ग्रीन बैंक टेलीस्कोप (जीबीटी) अंतरिक्ष से आने वाले सबसे कमजोर रेडियो तरंगों का भी पता लगा लेती है। यहां किसी भी तरह की तरंगे पैदा करने वाले उपकरणों पर बैन है। ताकि वैज्ञानिक रिसर्च में भी किसी तरह की बाधा नहीं आए। इसे ऑब्जर्वेटरी एरिया भी कहते हैं। अंतरिक्ष में घटने वाली महत्वपूर्ण घटनाओं, ब्रह्मांड के रहस्यों का पता लगाने और गुरुत्वाकर्षण के तरंगों का पता लगाने के लिए ऐसी व्यवस्थाएं जरूरी होती हैं।
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