वॉशिंगटन। कोरोना संक्रमण के प्रसार में संदिग्ध भूमिका के चलते विश्व स्वास्थ्य संगठन इस साल मार्च अप्रैल से ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निशाने पर चल रहा है। अब मीडिया रिपोर्ट के हवाले से खबर है कि अमेरिका ने मंगलवार को आधिकारिक तौर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन से अलग होने का फैसला किया। समाचार एजेंसी एएनआई ने अमेरिकी मीडिया के हवाले से बताया कि, डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका को डब्ल्यूएचओ से औपचारिक रूप से अलग कर लिया है। बताया जा रहा है कि अमेरिका ने इसकी जानकारी संयुक्त राष्ट्र संघ को भी दे दी है।
मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका का इस संगठन से अलग होना सोमवार से लागू होगा जिसकी जानकारी संयुक्त राष्ट्र महासचिव को भी दे दी गई। बता दें कि इस वायरस से अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है जहां 30 लाख से ज्यादा मामले अब तक सामने आए हैं। देश में कुल 1.3 लाख से ज्यादा लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पिछले कुछ महीनों से कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के खिलाफ कई बयान दिए थे। ट्रंप ने पहले आरोप लगाया था कि इस संगठन पर चीन का नियंत्रण है और कोरोना वायरस को लेकर आवश्यक सूचनाएं काफी बाद में जारी की गई थीं।
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने मई में ही घोषणा की थी कि उनका देश विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ अपने संबंधों को समाप्त कर रहा है। ट्रंप ने तब कहा था, 'चीन का डब्ल्यूएचओ पर पूरा नियंत्रण है जो साल में केवल 40 मिलियन डॉलर का भुगतान करता है जबकि अमेरिका 450 मिलियन डॉलर देता है।'
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