वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रूस के कथित हस्तक्षेप को लेकर गुरुवार को वाइट हाउस और देश के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम एक-दूसरे से भिड़ गए। सूत्रों के मुताबिक, वाइट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने कहा, ‘तथ्य यह है कि डोनाल्ड ट्रंप प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन की खुफिया जानकारियां हैक करने के लिए रूस को प्रोत्साहित कर रहे थे, क्योंकि उन्हें विश्वास था कि इससे उनके चुनाव अभियान को मदद मिलेगी।’
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इससे पहले बुधवार को अर्नेस्ट ने कहा था कि ट्रंप को चुनाव से पहले से पता था कि रूस चुनाव में हस्तक्षेप कर रहा है और इससे ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी हिलेरी के चुनाव अभियान पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। ट्रंप की वरिष्ठ सलाहकार केलेन कॉन्वे ने गुरुवार को अर्नेस्ट पर निशाना साधते हुए उनके बयान को गैरजिम्मेदाराना बताया। कॉन्वे ने एक अंग्रेजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘उन्होंने कहा कि ट्रंप को हैकिंग की जानकारी थी। यह बहुत ही गैरजिम्मेदाराना है और मुझे हैरानी है कि यदि उनके बॉस राष्ट्रपति ओबामा इससे सहमत हैं या नहीं।’
ट्रंप ने जुलाई में एक सम्मेलन के दौरान रूस को हिलेरी क्लिंटन की ईमेल प्रणाली हैक करने के लिए प्रोत्साहित किया था और उनकी सामग्रियों का खुलासा किया था। ट्रंप ने कहा, ‘मैं आपको यह बताऊंगा, 'रूस' यदि आप सुन रहे हैं तो मुझे उम्मीद है कि आप डिलीट हो चुके 30,000 ईमेल का पता लगा लेंगे।’ ट्रंप, हिलेरी क्लिंटन के निजी ईमेल सर्वर से डिलीट किए गए आधे ईमेल की ओर इशारा कर रहे थे, क्योंकि हिलेरी ने दावा किया था कि इन ईमेल में निजी जानकारियां थीं। हालांकि, बाद में ट्रंप की टीम ने अपने इस बयान को मजाक करार दिया था।
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