वॉशिंगटन: अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव कभी भी हो जाए लेकिन राष्ट्रपति का कार्यकाल 20 जनवरी से उनकी पद की शपथ के साथ ही शुरू होता है। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति 20 जनवरी को ही राष्ट्रपति पद की शपथ लेते हैं। इसी तारीख से राष्ट्रपति का चार साल का कार्यकाल शुरू होता है। यह सिलसिला लंबे वक्त से चलता आ रहा है और इस बार भी बरकरार है।
क्या होता है इनोग्रेशन डे?
अमेरिका के राष्ट्रपति के नए चार साल के कार्यकाल की शुरुआत करने के लिए एक समारोह का आयोजन किया जाता है। इस समारोह के दौरान ही नवनिर्वाचित राष्ट्रपति अपने पद की शपथ लेते हैं। यह राष्ट्रपति चुनाव के बाद 20 जनवरी को ही होता है। इसे ही इनोग्रेशन डे कहते हैं। इनोग्रेशन प्रत्येक नए राष्ट्रपति पद के लिए होता है, भले ही राष्ट्रपति दूसरे कार्यकाल के लिए पद पर बने रहें।
20 जनवरी को ही क्यों लेते हैं शपथ?
क्या आपने कभी यह सोचा है कि आखिर अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के महीनों बाद 20 जनवरी को ही राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह क्यों आयोजित किया जाता है? दरअसल, इसके पीछे वजह यह है कि अमेरिकी संविधान में हुए 20वें संशोधन के तहत इस तारीख यानि 20 जनवरी का उल्लेख किया गया है। जबकि, संविधान में हुए 20वें संशोधन से पहले 4 मार्च को शपथ ग्रहण समारोह होता था।
जो बाइडेन लेंगे 20 जनवरी को शपथ
इस बार अमेरिका में जो बाइडन को राष्ट्रपति पद के लिए चुना गया है। 20 जनवरी को जो बाइडन शपथ ग्रहण करेंगे। उनका शपथ ग्रहण समारोह बेहद खास होगा। जो बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में लेडी गागा राष्ट्रगान गाएंगी जबकि जेनिफर लोपेज संगीत प्रस्तुति देंगी। राजधानी वाशिंगटन के वेस्ट फ्रंट में 20 जनवरी को होने वाले समारोह में बाइडन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे।
टूटेगी सालों पुरानी परंपरा
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बीते दिनों यह कह चुके हैं कि वह जो बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जाएंगे। ट्रंप ने खुद ट्वीट करते हुए घोषणा करते हुए कहा था कि ''जो पूछ रहे हैं मैं उन्हें बता दूं कि मैं 20 जनवरी को शपथ में नहीं जाऊंगा।'' 1869 में अमेरिका के 17वें राष्ट्रपति एंड्रयू जॉनसन के बाद ट्रंप ऐसे पहले राष्ट्रपति होंगे जो अपने उत्तराधिकारी के शपथग्रहण समारोह में नहीं जाएंगे।
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