दुनियाभर में फिर बढ़ रहे कोरोना केस, जनजीवन के सामान्य होने की उम्मीदें कमजोर
कोरोना वायरस से होने वाली मौत और संक्रमण के मामलों की संख्या एक फिर दुनिया भर में बढ़ रही है जिससे पाबंदियों का एक और दौर शुरू हो रहा है तथा जनजीवन के सामान्य होने की उम्मीद कमजोर होती जा रही हैं।
वॉशिंगटन: कोरोना वायरस से होने वाली मौत और संक्रमण के मामलों की संख्या एक फिर दुनिया भर में बढ़ रही है जिससे पाबंदियों का एक और दौर शुरू हो रहा है तथा जनजीवन के सामान्य होने की उम्मीद कमजोर होती जा रही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को बताया कि लगातार नौ हफ्तों की गिरावट के बाद मौत की संख्या पिछले हफ्ते बढ़ी है। पिछले हफ्ते 55,000 से अधिक लोगों ने जान गंवायी जो उससे पहले वाले हफ्ते के मुकाबले तीन प्रतिशत अधिक है।
वहीं संक्रमण के मामलों में पिछले हफ्ते करीब 10 फीसदी यानी की लगभग 30 लाख की वृद्धि हुई। इनमें से सबसे अधिक मामले ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया और ब्रिटेन में आए। संक्रमण के मामले बढ़ने की वजह टीकाकरण की कम दर, मास्क पहनने के नियमों में ढील और अधिक संक्रामक डेल्टा स्वरूप का तेजी से फैलना हो सकता है। डब्ल्यूएचओ ने 111 देशों में इस स्वरूप की पहचान की है और आने वाले महीनों में यह दुनियाभर में फैल सकता है।
जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय में संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. डेविड डाउडी ने आगाह किया, ‘‘यह पहचानना महत्वपूर्ण है कि कोविड में विस्फोटक तरीके से संक्रमण फैलाने की क्षमता है।’’ महामारी के मामले बढ़ने के बीच अर्जेंटीना में मृतकों की संख्या 1,00,000 के पार चली गई है। रूस में कोरोना वायरस से रोज होने वाली मौत की संख्या इस हफ्ते सबसे अधिक दर्ज की गई। बेल्जियम में कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के मामले पिछले हफ्ते से लगभग दुगुना हो गए हैं।
ब्रिटेन में छह महीनों में पहली बार एक दिन में 40,000 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए। म्यांमा में शवदाहगृहों में सुबह से लेकर रात तक काम हो रहा है। इंडोनेशिया में बुधवर को करीब 1,000 लोगों ने जान गंवाई और 54,000 से अधिक नए मामले आए। दुनिया में टीकाकरण की सबसे अधिक दर वाले देशों में से एक अमेरिका में पिछले दो हफ्तों में संक्रमण के रोज आने वाले मामले दुगुने हो गए हैं। अमेरिका की सबसे घनी आबादी वाले काउंटी लॉस एंजिलिस में मंगलवार को लगातार पांचवें दिन 1,000 से अधिक नए मामले आए।
तोक्यो में इस महीने ओलंपिक खेलों के शुरू होने से पहले चौथी बार आपातकाल लग गया है। वहां संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और अस्पतालों में बिस्तर भरने लगे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ओलंपिक से पहले मामले 1,000 से अधिक तक बढ़ सकते हैं और खेलों के दौरान हजारों तक हो सकते हैं। मामलों में वृद्धि के कारण ऑस्ट्रेलिया के सिडनी जैसे स्थानों पर अतिरिक्त पाबंदियां लगा दी गयी हैं। वहां कम से कम जुलाई के अंत तक 50 लाख निवासी लॉकडाउन के दायरे में रहेंगे।
दक्षिण कोरिया ने सियोल में कड़ी पाबंदियां लागू की हैं। बार्सीलोना समेत स्पेन के कई हिस्सों में रात्रिकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। लंदन के मेयर सादिक खान ने कहा कि बसों और ट्रेनों में मास्क पहनना होगा। इटली ने विदेश जाने वाले लोगों को आगाह किया है कि उन्हें स्वदेश लौटने से पहले पृथक वास करना पड़ सकता है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कई देश बाकी की सभी एहतियातों को हटाने के दबाव का सामना कर रहे हैं लेकिन उसने आगाह किया कि सही तरीके से ऐसा करने में नाकाम रहने पर संक्रमण को और फैलने का मौका मिलेगा।