वाशिंगटन: अमेरिका के अटॉर्नी जनरल जेफ सेशन्स ने कहा है कि वीजा प्रतिबंध किसी धर्म के खिलाफ नहीं है, यह तो राष्टीय सुरक्षा के लिए है। सेशन्स के इस बयान से पहले अमेरिका की एक अपीली अदालत राष्ट्रपति ट्रंप के उस संशोधित शासकीय आदेश पर रोक लगाने वाले फैसले को बरकरार रख चुकी है, जिसमें छह मुस्लिम बहुल देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाया गया था। सेशन्स ने कल एक बयान में कहा, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जानते हैं कि जिस देश के लिए उन्हें चुना गया है, उसे चरमपंथी विचारधारा में यकीन रखने वाले आतंकियों से रोजाना खतरा पैदा हो रहा है। अमेरिकी आव्रजन व्यवस्था में घुसपैठ करने के लिए सक्रिय रूप से षड़यंत्र रचे जाते हैं। 9/11 से पहले भी ऐसा ही हुआ था। (दरिंदगी की हद, इस हैवान ने किया गधी का रेप)
सेशन्स दरअसल संशोधित यात्रा प्रतिबंध पर यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स फॉर नाइन्थ सर्किल की तीन जजों वाली पीठ के कल के फैसले पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। पीठ ने सर्वसम्मति से प्रतिबंध के खिलाफ फैसला सुनाते हुए कहा कि ट्रंप ने इस शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करके कांग्रेस की ओर से उन्हें आव्रजन के मामले देखने के लिए दिए गए अधिकारों की सीमा से बाहर कदम रख दिया है। सेशन्स ने कहा, राष्ट्रपति अमेरिकी जनता और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा की हिफाजत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमें सुरक्षित रखने के उनके अधिकार की रक्षा करके और अमेरिका को पहले स्थान पर रखने के उनके अभियान को समर्थन देकर हमें गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा, इसलिए न्याय विभाग सुप्रीम कोर्ट से आगे समीक्षा करवाना चाहेगा।
सेशन्स ने कहा कि राष्ट्रपति का शासकीय आदेश देश को सुरक्षित रखने के उनके कानूनपूर्ण अधिकार के दायरे में है। उन्होंने कहा, हम इस अधिकार पर प्रतिबंध लगाने के नाइन्थ सर्किल के फैसले से असहमत हैं।
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