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पाकिस्तान देता है दुश्मनों को पनाह, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान

2019 में अपने पहले बयान में ट्रंप ने बुधवार को कहा कि वह पाकिस्तान के साथ ‘अच्छे संबंध’ चाहते हैं लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि वह देश अपने यहां दुश्मनों को पनाह देता है

US wants great relationships with Pakistan but it houses enemies says Donald Trump- India TV Hindi US wants great relationships with Pakistan but it houses enemies says Donald Trump

वाशिंगटन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ ‘अच्छे संबंध’ चाहते हैं। पाकिस्तान के साथ अमेरिका के तनावपूर्ण संबंध को लेकर 2019 में अपने पहले बयान में ट्रंप ने बुधवार को कहा कि वह पाकिस्तान के साथ ‘अच्छे संबंध’ चाहते हैं लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि वह देश अपने यहां दुश्मनों को पनाह देता है। 

गौरतलब है कि कुछ ही महीने पहले ट्रम्प ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 1.3 अरब अमेरिकी डॉलर की सहायता राशि को बंद कर दिया था। हालांकि, ट्रम्प ने बुधवार को बैठक में अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों को बताया कि प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान की नयी सरकार के साथ "बहुत जल्द" एक बैठक होगी। 

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनके प्रशासन ने युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में तालिबान के साथ शांति वार्ता की पहल की है। ट्रम्प ने अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों को बताया कि उन्होंने पाकिस्तान को मिलने वाली 1.3 अरब अमेरिकी डॉलर की सहायता राशि को बंद कर दिया है क्योंकि ‘‘यह दक्षिण एशियाई देश दुश्मनों को पनाह देता है"। 

ट्रम्प ने कहा, ‘‘हम पाकिस्तान के साथ अच्छा रिश्ता रखना चाहते हैं, लेकिन वे अपने यहां दुश्मनों को पनाह देते हैं। वे दुश्मनों की देख-भाल करते हैं। हम ऐसा नहीं कर सकते।’’ ट्रम्प ने पाकिस्तान पर अमेरिका का साथ नहीं देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने हालांकि पाकिस्तान के नए नेतृत्व के साथ मुलाकात को लेकर उत्सुकता जतायी। इससे पहले, राष्ट्रपति ट्रम्प के करीबी माने जाने वाले दक्षिण कैरोलिना के सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने सीएनएन से एक साक्षात्कार में कहा था कि यदि पाकिस्तान तालिबान को वार्ता की मेज तक लाने में अमेरिका की मदद करता है, तो अमेरिका आतंकवाद और आईएस से मुकाबला करने पर ध्यान केंद्रित कर सकेगा। 

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने पिछले साल सितंबर में इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात की थी और क्षेत्रीय शांति तथा स्थिरता को खतरा पैदा करने वाले आतंकवादियों के खिलाफ "निरंतर और निर्णायक कदम" उठाने के लिए दबाव डाला था। पिछले एक साल से ट्रम्प लगातार पाकिस्तान पर निशाना साधते रहे हैं। 

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