वॉशिंगटन: चीन के शिनजियांग प्रांत में अल्पसंख्यक मुस्लिमों की नजरबंदी की खबर से दुनियाभर में हड़कंप मचा हुआ है। एक तरफ चीन ऐसी किसी भी नजरबंदी से इनकार करता है, तो दूसरी तरफ संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में लाखों मुस्लिमों को शिविरों में रखा गया है। इस बीच अमेरिकी सांसदों ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन से अनुरोध किया है कि वह चीन के सुदूरवर्ती पश्चिम शिनजियांग क्षेत्र में मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को नजरबंद करने में लिप्त चीन के अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाए। फ्लोरिडा से सीनेटर मार्को रुबियो ने यह घोषणा की।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी कांग्रेस में दोनों पार्टियों के सदस्यों ने विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ एवं वित्त मंत्री स्टीव मनचिन को लिखे पत्र में ऐसे सात अधिकारियों एवं दो निगरानी उपकरण निर्माताओं पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। रुबियो ने ट्विटर पर लिखा, ‘आज मैंने और द्विपक्षीय समूह में कांग्रेस के 16 सदस्यों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मैग्नीटस्काई कानून का इस्तेमाल कर चीन के शिनजियांग क्षेत्र में बड़ी तादाद में मुस्लिम समुदाय को नजरबंदी शिविरों में रखने के लिये जिम्मेदार चीनी अधिकारियों की संपत्ति जब्त करने तथा उन पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया है।’
बहरहाल चीन ने इन आरोपों से इनकार किया है कि देश में मुस्लिम उइ्गर अल्पसंख्यक समुदाय से 10 लाख लोगों में से अधिकतर को नजरबंदी शिविरों में रखा गया है। एक चीनी अधिकारी ने जीनिवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार समिति को इस महीने की शुरुआत में बताया था कि शिनजियांग में चरमपंथ एवं आतंकवाद से लड़ने के लिए ही कड़े सुरक्षा उपाय किए गए हैं और वह किसी विशेष जातीय समूह को निशाना नहीं बना रहा है तथा ना ही धार्मिक आजादी पर प्रतिबंध लगाता है।
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