वॉशिंगटन: अमेरिका में फाइटर प्लेन उड़ाने वाली पहली महिला और सीनियर सांसद मार्था मैकसैली ने फ्लाइंग आफिसर अवनी चतुर्वेदी को लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला बनने पर बधाई दी है। अवनी ने भारतीय वायु सेना के जामनगर अड्डे से लड़ाकू विमान मिग-21 बाइसन अकेले उड़ाया और इसके साथ ही वह फाइटर प्लेन उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। आपको बता दें कि महिला फाइटर पायलट बनने के लिए 2016 में पहली बार 3 महिलाओं अवनी चतुर्वेदी, मोहना सिंह और भावना को वायु सेना में कमिशन किया गया था।
सांसद मार्था मैकसैली ने ट्वीट किया, ‘फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी को आसमान छूने के लिए बधाई। अकेले लडाकू विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला। हमारे रैंक में और महिलाएं शामिल हो रही हैं।’ कांग्रेस में शामिल होने से पहले मार्था अमेरिकी वायु सेना में 26 वर्ष तक सेवांए दे चुकी हैं। वह 2010 में कर्नल के पद से सेवानिवृत्त हुईं थीं। वह अमेरिकी इतिहास में लडाई के दौरान लडाकू विमान उड़ाने वाली तथा फाइटर स्क्वॉड्रन को कमांड देने वाली पहली महिला हैं।
अवनी चतुर्वेदी की यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि मिग-21 'बाइसन' की दुनिया में सबसे ज्यादा लैंडिंग और टेक-ऑफ स्पीड है। भारत सरकार ने अक्टूबर 2015 में महिलाओं के फाइटर पायलट बनने की राह प्रशस्त कर दी थी। तुर्की 1936 में दुनिया का पहला ऐसा देश बना था जिसके पास महिला फाइटर पायलट थी। इसके अलावा सोमालिया, अमेरिका, अल्जीरिया, ब्रिटेन, इस्राइल और रूस समेत तमाम देशों में महिलाओं ने फाइटर प्लेन उड़ाए हैं। यहां तक कि पाकिस्तान के पास भी लगभग 20 महिला फाइटर पायलट्स हैं।
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