ह्यूस्टन: भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की याद में कन्सास शहर में शांति जुलूस निकाला गया और प्रार्थना सभा रखी गई जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुये। घृणा अपराध की घटना में एक पब में कुचिभोटला को गोली मार दी गयी थी जिससे उनकी मौत हो गई। जुलूस में शामिल लोगों ने अपने हाथों में बैनर ले रखे थे जिन पर लिखा था, हम अमन चाहते हैं, हम अमनपसंद हैं, हमे अपने बच्चों से बिछड़ने मत दो।
जुलूस में शामिल अनेक लोगों ने अपने हाथों में मोमबत्तियां पकड़ रखी थीं और तख्तियां ली थी, जिन पर लिखा था, हम घृणा की राजनीति का समर्थन नहीं करते। इस शांति जुलूस और प्रार्थना सभा में श्रीनिवास के कई दोस्त शामिल हुये। बुधवार को हुई इस गोलीबारी में घायल हुए एक अन्य भारतीय आलोक मदसानी भी बैसाखियों की मदद से इस जुलूस में शामिल हुये। उस रात गोलीबारी में एक तीसरे व्यक्ति इयान ग्रिलॉट की बहन भी शांति जुलूस में शामिल हुई। अमेरिकी नागरिक ग्रिलॉट ने हमलावर को रोकने की कोशिश की थी।
अमेरिकी नौसना के वरिष्ठ शूटर एडम पुरिंटन, लेफ्टिनेंट गवर्नर जेफ कोलयेर, अमेरिकी सांसद केविन योडेर, ऑलथे के मेयर माइक कोपलैंड और पुलिस प्रमुख स्टीवेन मेंके तथा अन्य सरकारी अधिकारी भी शांति जुलूस और प्रार्थना सभा में शामिल हुए। हिन्दू मंदिर और कन्सास शहर के सांस्कृतिक केन्द्र में विभिन्न समुदायों के पुजारियों ने प्रार्थना की।
आलोक ने जुलूस में शामिल लोगों को संबोधित करते हुये श्रीनिवास के साथ अपनी नौ साल पुरानी दोस्ती को याद किया। उन्होंने कहा, श्रीनिवास सबसे दयालु व्यक्ति थे। वह लोगों से प्यार करते थे और उनके दिल में सभी के लिए करूणा थी। उन्होंने आम बातचीत में भी कभी भी नफरत भरी कोई बात नहीं की या लापरवाही से कोई बयान नहीं दिया था।
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