G-20 बैठक के बाद ठंडी पड़ी ट्रेड वॉर की आग, नया शुल्क न लगाने पर ट्रंप और जिनपिंग सहमत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के उनके समकक्ष शी जिनपिंग के बीच ब्यूनर्स आयर्स में बैठक सफल रही।
अर्जेंटीना में जी-20 समिट के दौरान अमेरिका और चीन के बीच बहुप्रतीक्षित बैठक के बाद ट्रेड वॉर की आग ठंडी पड़ती दिख रही है। सूत्रों के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के उनके समकक्ष शी जिनपिंग के बीच ब्यूनर्स आयर्स में बैठक सफल रही। इस बैठक के बाद दोनों नेताओं के बीच एक जनवरी 2019 से एक-दूसरे पर नए आयात शुल्क नहीं लगाने पर सहमति बनी। दोनों नेताओं ने मौजूदा व्यापार युद्ध को खत्म करने के लिए लगातार संवाद करने की भी प्रतिबद्धता जताई।
वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, जी20 सम्मेलन से इतर शनिवार को ट्रंप और शी के बीच रात्रिभोज बैठक लगभग ढाई घंटे तक चली। ट्रंप ने चीन पर 90 दिनों के लिए 200 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क लगाने की योजना को रोक दिया। अमेरिका एक जनवरी 2019 से चीन के 200 अरब डॉलर मूल्य के सामान पर 10 से 25 फीसदी तक आयात शुल्क लगाने जा रहा था। ट्रंप ने कहा कि दोनों नेता और उनके सलाहकार कई विषयों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा, "हम व्यापार पर चर्चा करेंगे और मुझे लगता है कि हम ऐसा समाधान निकालेंगे जो चीन और अमेरिका दोनों के लिए सही होगा।"
शी जिनपिंग ने वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए नेताओं के साथ निजी दोस्ती का उल्लेख किया। गौरतलब है कि इस साल के मध्य में अमेरिका ने चीन के 250 अरब डॉलर के सामान पर आयात शुल्क लगा दिया था, जिस पर प्रतिक्रियास्वरूप चीन ने अमेरिका के 60 अरब डॉलर के सामना पर शुल्क लगाया था। यह बैठक ब्यूनस आयर्स के होटल दुहाउ पैलेस-पार्क हयात में हुई। इसी होटल में ट्रंप ठहरे हुए थे।
इस दौरान ट्रंप के साथ विदेश मंत्री माइक पोम्पियो, वित्त मंत्री स्टीवन नुचिन, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटाइजर, उनके दामाद जेयर्ड कुश्नर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन आदि थे। चीन के प्रतिनिधिमंडल में शी की कैबिनेट के प्रमुख डिंग शुशियांग, उप वित्त मंत्री लिउ हे, कम्युनिस्ट पार्टी के विदेश मामलों के निदेशक यांग जिएची, स्टेट काउंसिलर वांग यी, वाणिज्य मंत्री झोंग शान और राष्ट्रीय विकास एवं सुधार आयोग के अध्यक्ष हे लिफेंग थे।