वॉशिंगटन: भारत और मालदीव के बीच एक बार फिर से गर्माहट भरे संबंधों पर अमेरिका ने खुशी जाहिर की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन ने भारत के मालदीव के साथ संबंधों को पुनर्जीवित करने का स्वागत किया है। अमेरिका का यह बयान भारत के उस फैसले के 2 दिन बाद आया है जिसमें भारत ने चीन का बढ़ता कर्ज चुकाने की चुनौती का सामना कर रहे मालदीव को 1.4 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की थी। वहीं, दोनों देशों के रिश्ते से चीन असहज नजर आया है।
हाल ही में मालदीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह 3 दिन के भारत दौरे पर थे। इस दौरान सोलिह ने भारत को मालदीव का सबसे करीबी दोस्त और सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बताया था। इसके अलावा दोनों देशों के बीच रणनीतिक रूप से महत्वूपर्ण हिन्द महासागर क्षेत्र में स्थिरता और समुद्री सहयोग को लेकर एक-दूसरे की चिंताओं और आकांक्षाओं के प्रति सचेत रहने के लिए सहमति बनी थी। आपको बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के कार्यकाल में मालदीव और भारत के रिश्ते खराब हो गए थे, और इस द्वीपीय देश ने चीन से नजदीकी कायम कर ली थी।
दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के अमेरिका के उप सहायक विदेश मंत्री डेविड रैंज ने बुधवार को भारतीय पत्रकारों से कहा, ‘हम भारत के मालदीव के साथ संबंधों को पुनर्जीवित करने के कदम का स्वागत करते हैं और हाल ही में राष्ट्रपति सोलिह की भारत यात्रा के दौरान हुई सकारात्मक घोषणाओं से अवगत हैं।’ रैंज ने कहा कि भारत हिन्द-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा में मालदीव की महत्वपूर्ण भूमिका को लेकर अमेरिका जैसा नजरिया रखता है और इस मुश्किल समय में सहयोग देने के महत्व को भी समझता है।
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