उत्तर कोरिया से बढ़ रहा है खतरा! डोनाल्ड ट्रंप और शिंजो आबे में हुई यह बात
जापानी प्रधानमंत्री ने कहा कि यह परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रम उनके देश के लिए और अधिक गंभीर खतरा पैदा करता है...
वॉशिंगटन/तोक्यो: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने रविवार को उत्तर कोरिया की तरफ से बढ़ रहे खतरे पर शुक्रवार को चर्चा की और दोनों नेताओं ने करीबी सहयोग की महत्ता पर जोर दिया। यह चर्चा उत्तर कोरिया की उस घोषणा की पृष्ठभूमि में हुई है जिसमें उसने छठे परमाणु परीक्षण के साथ-साथ हाइड्रोजन बम के परीक्षण का ऐलान किया है। वहां की सरकारी मीडिया ने भी इसे पूरी तरह से सफल बताया है। उत्तर कोरिया के उपकरण में लंबी दूरी की मिसाइलों में लोड किए जाने की क्षमता है।
व्हाइट हाउस ने एक सप्ताह के भीतर इन दोनों नेताओं के बीच तीसरी बार हुई बातचीत बताते हुए एक बयान में कहा, ‘राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रंप ने उत्तर कोरिया पर दबाव बढ़ाने के प्रयासों पर आज प्रधानमंत्री शिंजो आबे से चर्चा की।’ हालांकि इस बयान में यह स्पष्ट नहीं है कि यह बातचीत उत्तर कोरिया द्वारा ताजा परीक्षण से पहले हुई है या बाद में। व्हाइट हाउस के मुताबिक, ट्रंप और आबे ने उत्तर कोरिया की ओर से बढ़ते खतरे के मद्देनजर अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के बीच करीबी सहयोग की महत्ता पर जोर दिया। व्हाइट हाउस ने कहा, ‘ट्रंप त्रिपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने के इच्छुक हैं।’
ट्रंप ने शनिवार को दक्षिण कोरिया के नेता मून जे-इन से भी बात की थी और उनके साथ उत्तर कोरिया के अस्थिर और उकसाने वाले बर्ताव से निपटने की समन्वित प्रतिक्रिया पर चर्चा की थी। इस बीच, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जापान के प्रधानमंत्री आबे ने आज उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण को पूरी तरह से अस्वीकार्य बताते हुए इसकी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रम उनके देश के लिए और अधिक गंभीर खतरा पैदा करता है। आबे ने एक बयान में कहा कि यह क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शांति एवं स्थिरता को प्रभावशाली रूप से नुकसान पहुंचा रहा है।
आबे ने कहा, ‘हमारा देश उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराता है और कड़े शब्दों में इसकी निंदा करता है।’ उधर, दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल से खबर मिली है कि उत्तर कोरिया की शीर्ष समाचार वाचक आज देश के कोरियन सेंट्रल टेलीविजन पर नजर आईं और उन्होंने हाइड्रोजन बम के परीक्षण की सफलता की घोषणा की। लगभग 70 वर्ष की री चुन ही इससे पहले देश के संस्थापक किम इल सुंग और उनके बेटे किम जांग इल के निधन तथा कई परमाणु परीक्षणों जैसी महत्वपूर्ण घटनाओं के वक्त इस चैनल पर आकर इन खबरों की घोषणा कर चुकी हैं।