वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान ने काफी हलचल मचा दी है। ट्रंप ने बुधवार को आगाह करते हुए कहा कि चीन के साथ अमेरिका का ‘युद्ध’ हो सकता है क्योंकि यहां अब ‘कमजोर और भ्रष्ट’ सरकार होने के कारण वॉशिंगटन का बीजिंग सम्मान नहीं करता। ट्रंप की टिप्पणी ऐसे समय आई है अमेरिका और चीन के अधिकारी दोनों देशों के मध्य जारी तनाव के बीच स्विट्जरलैंड में बैठक करने वाले हैं। ट्रंप के शासनकाल के दौरान अमेरिका और चीन के बीच तनाव में काफी इजाफा देखने को मिला था।
‘अमेरिका में अब कमजोर एवं भ्रष्ट नेतृत्व है’
ट्रंप ने बुधवार को अपने उत्तराधिकारी जो. बायडेन पर हमला बोलते हुए एक बयान में कहा, ‘क्योंकि चुनाव में धांधली की गई, और अमेरिका में अब कमजोर एवं भ्रष्ट नेतृत्व है तथा हमें चीन के साथ युद्ध का सामना करना पड़ सकता है जो अब अमेरिका का सम्मान नहीं करता।’ इस बीच पिछले सप्ताह ताइवान के पास सैन्य विमानों की बड़ी संख्या में आवाजाही के साथ चीन अपनी सैन्य शक्ति दिखा रहा है और उसने क्षेत्र में अपने प्रभुत्व का दावा करते हुए इस द्वीपीय देश की परेशानियां बढ़ा दी हैं।
अमेरिका ने तेज कर दी हैं नौसैनिक गतिविधियां
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने सोमवार को ताइवान के दक्षिण पश्चिम तट के निकट अंतरराष्ट्रीय हवाईक्षेत्र में 56 विमानों को भेजा। बता दें कि चीन ने यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब क्षेत्र के देश उसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने चीन की ताजा कार्रवाई को अमेरिका ने जोखिम भरा और अस्थिरता पैदा करने वाला बताया है, वहीं चीन ने कहा कि अमेरिका ताइवान को हथियार बेच रहा है। अमेरिका ने बीजिंग के क्षेत्रीय दावों को चुनौती देते हुए अपने सहयोगी देशों के साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नौसैनिक गतिविधियां तेज कर दी हैं।
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