वॉशिंगटन: मध्य-पूर्व एशिया में बीते कुछ महीनों से बेहद तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। बीते दिनों कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनके चलते तनावों में इजाफा ही हुई है। इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि अमेरिका ओमान की खाड़ी में तेल के 2 टैंकरों पर हुए हमलों का जवाब देने के लिए सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है। पोम्पियो ने एक चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा, ‘अमेरिका सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है। हमने राष्ट्रपति को 2 बार जानकारी दी है।’ उन्होंने कहा कि विकल्पों में सैन्य विकल्प भी है।
पोम्पियो ने इसके साथ ही कहा कि वॉशिंगटन ईरान के साथ मौजूदा तनाव को और ज्यादा बढ़ने से रोकना चाहता है। उसी दिन एक अन्य न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध रोकने के लिए हर वह काम किया जो वे कर सकते हैं। हम युद्ध नहीं चाहते।’ शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने एक बार फिर दोहराया कि तेल के टैंकरों पर हुए हमलों के पीछे ईरान का हाथ है। पोम्पियो ने कहा, ‘व्यापारिक जहाजों पर 'इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान' ने हमले किए थे.वह भी उस जलमार्ग से विमानों को जाने से रोकने के स्पष्ट इरादे से।’
पोम्पियो ने जोर देकर कहा कि अमेरिका वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण जलमार्ग होर्मुज जलमार्ग में यात्रा करने की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा। तेहरान ने उन आरोपों को खारिज कर दिया है कि तेल के टैंकरों पर हमलों के पीछे ईरान का हाथ है। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने गुरुवार को ट्विटर पर कहा कि अमेरिका अपने आर्थिक आतंकवाद को ईरान पर थोपने के लिए अपनी जोड़तोड़ की कूटनीति के तहत ये आरोप लगा रहा है।
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