सऊदी अरब को ये खास मिसाइलें बेचेगा अमेरिका, 98 हजार करोड़ में हुआ सौदा
यह सौदा शुक्रवार को हुआ है और बताया जा रहा है कि इन मिसाइलों की कीमत 15 अरब डॉलर या लगभग 98,000 करोड़ रुपये है...
वॉशिंगटन: अमेरिकी विदेश विभाग ने सऊदी अरब को टर्मिनल हाई ऑल्टिट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) मिसाइलें बेचने की मंजूरी दे दी। यह सौदा शुक्रवार को हुआ है और बताया जा रहा है कि इन मिसाइलों की कीमत 15 अरब डॉलर (लगभग 98,000 करोड़ रुपये) है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सऊदी अरब ने 44 थाड लॉन्चर, 360 मिसाइलें, 16 अग्नि नियंत्रण स्टेशन और 7 राडार खरीदने का आग्रह किया था। आपको बता दें कि मिडिल ईस्ट में ईरान के पास बैलिस्टिक मिसाइलों का सबसे बड़ा जखीरा है, और THAAD मिसाइल सिस्टम इनसे निपटने में सक्षम होती हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि मिसाइलों की यह बिक्री अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मई में सऊदी अरब के दौरे के दौरान ऐलान किए गए 110 अरब डॉलर के पैकेज का हिस्सा है। इस पैकेज के तहत अमेरिका, सऊदी अरब को रक्षा उपकरण और सेवाएं बेचेगा। इनके अलावा सऊदी अरब रूस से S-400 मिसाइल सिस्टम भी खरीद रहा है जो जमीन से हवा में मार करती हैं। सऊदी अरब के किंग सलमान इस समय रूस की यात्रा पर हैं, जो किसी भी सऊदी किंग द्वारा इस देश में पहली यात्रा है।
बयान के मुताबिक, ‘इस संभावित बिक्री से सऊदी अरब को क्षेत्र में बढ़ रहे बैलिस्टिक मिसाइल के खतरे से स्वयं की रक्षा में मदद मिल सकेगी।’ कांग्रेस को इस संभावित बिक्री के बारे में अधिसूचित कर दिया गया है और इस सौदे की समीक्षा के लिए 30 दिनों का समय है। सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना द्वारा यमन में हमला करने के बाद से अमेरिका द्वारा इस देश को बेची जाने वाली सैन्य बिक्रियों पर कड़ाई कर दी गई है। सऊदी और इसकी साथी सेनाएं 2015 से ईरान के समर्थन वाले हूती विद्रोहियों के खिलाफ 2015 से लड़ाई लड़ रहे हैं।