संयुक्त राष्ट्र: अमेरिका-चीन में बढ़ते व्यापारिक तनाव के बीच संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि वह आने वाले समय में 'दो प्रतिस्पर्धी गुटों' के उभार की संभावनाएं देख रहे हैं, जिनका अपने अपने मुद्रा, व्यापार और सैन्य मोर्चे पर वर्चस्व होगा। दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं अमेरिका और चीन पिछले एक साल से व्यापार युद्ध में उलझे हुए हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन से भारी व्यापार घाटा कम करने की मांग कर रहे हैं, जो पिछले साल बढ़कर 539 अरब डॉलर हो गया था। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि दो प्रतिस्पर्धी ब्लॉक के उदय होने के मामले में हमें शीत युद्ध से सीख लेने की जरूरत है और ऐसी स्थिति से बचा जाना चाहिए।
एंतोनियो गुतारेस ने कहा, ''निकट भविष्य में मैं दो प्रतिस्पर्धी गुटों के उदय की संभावनाएं देख रहा हूं, दोनों के पास वर्चस्व वाली मुद्रा, व्यापार और आर्थिक नियम, इंटरनेट और कृत्रिम मेधा को लेकर अपनी रणनीति है और भू-राजनीतिक एवं सेना को लेकर विरोधाभासी विचार हैं।''
गुतारेस ने बल देकर कहा कि रणनीतिक सहयोग और प्रतिस्पर्धी हितों का ध्यान रखकर, 'हम विश्व को सुरक्षित दिशा में आगे ले जा सकते हैं।' गुतारेस ने फारस की खाड़ी और परमाणु हथियारों से लैस देशों के बीच राजनीतिक तनाव पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा, ''गणना में छोटी से चूक से बड़ा टकराव पैदा हो सकता है।''
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