वॉशिंगटन: एक शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने आज कहा कि दक्षिण एशिया को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की नई नीति का जोर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने पर है। हालांकि, उन्होंने इस बात से इनकार किया कि अमेरिका दोनों दक्षिण एशियाई पड़ोसियों के लिए मध्यस्थ की भूमिका निभाएगा। दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों की कार्यवाहक सहायक सचिव एलिस वेल्स ने अमेरिकी कांग्रेस में एक सुनवाई के दौरान कहा, ‘‘दक्षिण एशिया रणनीति पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव कम करने पर भी जोर देती है।’’ (आपत्तिजनक तरीके से महिला ने ट्रंप को दिखाई अंगुली, गवानी पड़ी नौकरी)
वेल्स ने सांसदों से कहा, ‘‘अमेरिका भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थ की भूमिका नहीं निभाना चाहता, लेकिन दोनों देशों को जल्द से जल्द वार्ता शुरू करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। दोनों देशों के बीच रिश्ता सुधरना क्षेत्रीय सुरक्षा एवं स्थिरता के लिए अहम है।’’
इस बीच, वेल्स ने यह भी कहा कि अमेरिका लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी संगठनों के खिलाफ पाकिस्तान के साथ रचनात्मक काम करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, ‘‘हम क्षेत्र और खासकर पाकिस्तान की स्थिरता एवं सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।’’ वेल्स ने कहा कि जब तक चंद आतंकवादी संगठन सक्रिय रहेंगे और पाकिस्तान की सीमाओं में अपनी क्षमता विकसित करते रहेंगे, तब तक वे पाकिस्तान की स्थिरता और क्षेत्र में अमेरिकियों की सुरक्षा के लिए खतरा बने रहेंगे।
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