न्यूयॉर्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज कहा कि उन्होंने ईरानी परमाणु समझौते पर फैसला कर लिया है और इससे लोगों को अवगत कराएंगे। एक दिन पहले ही उन्होंने इस समझौते को बेकार और एकपक्षीय लेन-देन वाला कहा था। साल 2015 में हुए ईरानी परमाणु समझौते से अमेरिका के बाहर निकलने के बारे में मन बना लेने के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने यह जवाब दिया। यह समझौता ओबामा प्रशासन, ईरान, चीन, रूस, फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के बीच जुलाई 2015 में हुआ था। (राहुल ने पीएम मोदी के मेक इन इंडिया पर उठाया सवाल कहा, इसका फोकस छोटे उद्योगों पर हो)
ट्रंप ने तीन बार कहा, मैंने फैसला कर लिया है। मैं आपको बताऊंगा कि क्या फैसला लिया गया है। ट्रंप ने यह बात उस वक्त कही जब वह फलीस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ एक द्विपक्षीय बैठक में थे। वहीं, ट्रंप और अब्बास ने प्रेस से मुखातिब होते हुए भरोसा जताया कि इस्राइल-फलस्तीन संघर्ष का वे एक स्थायी और शांतिपूर्ण हल निकालेंगे।
संयुक्त राष्ट्र से प्राप्त एएफपी की एक खबर के मुताबिक ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने संरा में परमाणु समझौते का बचाव करते हुए कहा कि इसे अंतर्राष्ट्रीय रूप से समर्थन मिला था और इसके भविष्य पर एक या दो देश फैसला नहीं कर सकते। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने इस समझौते को विस्तारित करने की अपील की है ताकि बैलिस्टिक मिसाल विकास को प्रतिबंधित करने को भी इसमें शामिल किया जा सके।
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