वाशिंगटन: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवकाश प्राप्त लेफ्टिनेंट जनरल माइकल फ्लिन को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) पद की पेशकश की है। यह जानकारी प्रशासनिक संक्रमणकाल (ट्रांजिशन) से संबद्ध एक अधिकारी ने दी।
हालांकि, अधिकारी ने टीवी चैनल सीएनएन से कहा कि यह तत्काल स्पष्ट नहीं हुआ है कि फ्लिन ने पद स्वीकार किया है या नहीं।
प्रचार अभियान के दौरान फ्लिन (57), ट्रंप के एक शीर्ष सलाहकार और प्रतिनिधि थे। वह अपने ट्विटर पेज पर ट्रंप के एक अतिसक्रिय समर्थक की भूमिका निभा रहे थे।
फ्लिन का विवादित बयान देने का एक लंबा इतिहास रहा है। साल 2014 में उन्हें ओबामा प्रशासन के रक्षा खुफिया एजेंसी के निदेशक पद से हटा दिया गया था।
फ्लिन ने इस साल प्रकाशित अपनी पुस्तक 'द फील्ड ऑफ फाइट' में कहा कि उन्हें ओबामा प्रशासन के 'सेंसर' की वजह से निकाल बाहर किया गया था। उन्हेंने कांग्रेस की समिति से कहा था कि 'हम उतने सुरक्षित नहीं हैं जितने कुछ साल पहले थे' और इसी वजह से उन्हें पद से हटाया गया था।
लेकिन, अमेरिकी अधिकारियों ने कहा था कि विवादित प्रबंधन शैली के कारण फ्लिन को हटाया गया था।
शीतयुद्ध काल में सृजित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का पद राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विभागों और एजेंसियों में राष्ट्रपति के दृष्टिकोण को लागू करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
अमेरिका की विदेश नीति पर बड़ा प्रभाव डालने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों में हेनरी किसिंजर, बिगन्यू ब्रेजेजिंस्की और ब्रेंट स्काउक्रॉफ्ट शामिल हैं।
सुसान राइस अभी अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं।
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