वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मेल बैलट के जरिये मतदान में होने वाली मामूली गड़बड़ियों का हवाला देकर पूरी प्रक्रिया को गलत ठहराने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन मतदान प्रक्रिया में बड़े स्तर फर्जीवाड़े के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। ट्रंप के दावों को महान्यायवादी विलियम बार समेत चुनाव प्रचार अभियान के समर्थक और सहयोगी तूल देने में लगे हैं।
पिछले महीने ट्रंप ने कहा था, “मेल बैलट से फर्जीवाड़ा होता है।” गत सप्ताह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के बीच हुई बहस में उन्होंने दावा किया था कि चुनाव में हेराफेरी हो रही है। उन्होंने कहा था, “जहां तक बैलट का सवाल है, यह त्रासदी है।” राष्ट्रपति के दावों के उलट मतदान प्रक्रिया में फर्जीवाड़े की घटनाएं नगण्य हैं। इस मुद्दे की जांच के लिए ट्रंप द्वारा गठित एक पैनल को भी मतदान में बड़े स्तर पर गड़बड़ी के साक्ष्य नहीं मिले। पांच राज्य नियमित रूप से सभी पंजीकृत मतदाताओं को मतपत्र भेज रहे हैं ताकि वे मेल के द्वारा या स्वयं उपस्थित होकर मतदान कर सकें। चार अन्य राज्य तथा डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया नवंबर में यह व्यवस्था शुरू करेंगे।
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