वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन में देश के लोगों से अपील की कि वे डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के बीच मौजूद मतभेदों से ऊपर उठें। स्टेट ऑफ यूनियन संबोधन वार्षिक पारंपरिक संबोधन है, जिसमे अमेरिका के राष्ट्रपति संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए देश की स्थिति का ब्योरा देते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आज रात, मैं सभी से अपील करता हूं कि अपने मतभेदों से ऊपर उठें, समान आधार खोजें और जिनकी सेवा करने के लिए हम निर्वाचित हुए हैं, उनके लिए एकजुट हों।’’ (कैलिफोर्निया: मकान पर हेलिकॉप्टर गिरने से 3 लोगों की मौत )
भारतीय-अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल सहित डेमोक्रेटिक पार्टी के करीब एक दर्जन सांसदों के बहिष्कार के बीच ट्रंप ने आज अपना परंपरागत स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन दिया। अन्य भारतीय-अमेरिकी सांसदों डॉक्टर अमि बेरा, रो खन्ना और राजा कृष्णमूर्ति ने संबोधन में हिस्सा लिया। कैलिफोर्निया से भारतीय-अफ्रीकी मूल की सीनेटर कमला हैरिस भी संबोधन में उपस्थित रहीं। रिपब्लिकन पार्टी के करीब दर्जन भर सांसद संबोधन शुरू होने से काफी पहले ही हाउस चेंम्बर्स में पहुंच कर किनारे की कुर्सियों पर काबिज हो गये थे, ताकि राष्ट्रपति से हाथ मिला सकें। इसके अलावा संबोधन में हैदराबाद के इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की पत्नी सुनयना धूमाला बतौर अतिथि शामिल हुईं। कुचिभोटला की पिछले वर्ष कानसास में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। रिपब्लिकन पार्टी के सांसद केविन योदेर ने सुनयना को आमंत्रित किया था।
उपराष्ट्रपति माइक पेंस, ट्रंप कैबिनेट के अन्य सदस्य, शीर्ष सैन्य नेतृत्व और सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति भी संबोधन के दौरान उपस्थित थे। कृषि मंत्री सोनी पेरड्यू किसी अप्रिय घटना के कारण बाहर होने की वजह से संबोधन में हिस्सा नहीं ले सके। दर्शकों और सांसदों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ प्रथम महिला मेलेनिया ट्रंप का संबोधन स्थल पर स्वागत किया।
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