लेटिन अमेरिका को ट्रंप की सलाह, ना रखे उत्तर कोरिया से कोई संबंध
अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने ब्राजील, मैक्सिको और अन्य लातिन अमेरिकी देशों से उत्तर कोरिया के मिसाइल संबंधी खतरों को लेकर उससे आर्थकि और कूटनीतिक संबंध खत्म करने का आग्रह किया है।
सैंटियागो: अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने ब्राजील, मैक्सिको और अन्य लातिन अमेरिकी देशों से उत्तर कोरिया के मिसाइल संबंधी खतरों को लेकर उससे आर्थिक और कूटनीतिक संबंध खत्म करने का आग्रह किया है। पेंस ने चिली की राष्ट्रपति मिशेल बाचेलेत की मौजूदगी में कल एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम आज चिली, ब्राजील, मैक्सिको और पेरू से उत्तर कोरिया के साथ सभी कूटनीतिक और वाणिज्यिक संबंध तोड़ने का अनुरोध करते हैं। उन्होंने कहा, हम खास तौर से चिली की शराब के निर्यात को मौजूदा अमेरिकी प्रतिबंधों के तहत लग्जरी वस्तुओं के तौर पर वर्गीकृत करने का स्वागत करेंगे ताकि उत्तर कोरिया को इन वस्तुओं को खरीदने और सरकार का समर्थन करने के लिए इन्हें मुद्रा में बदलने से रोका जा सकें। (सऊदी शाह ने हज यात्रियों के लिए खोले कतर के साथ लगी अपनी सीमाएं)
चिली के विदेश मंत्री हेराल्डो मुनोज ने बाद में इसका जवाब देते हुए कहा, हम अमेरिका के अनुरोध का सम्मान करते हैं लेकिन चिली अपने संबंध बनाए रखेगा। ये दूरस्थ संबंध हैं और हमने उत्तर कोरिया के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा लगाए गए सभी प्रतिबंधों को सख्ती से लागू किया है। व्यापार पर निगरानी रखने वाली अमेरिका की संस्था ऑब्जर्वेटरी ऑफ इकनॉमिक कॉम्प्लैक्सिटी के अनुसार, वर्ष 2015 में उार कोरिया ने चिली से 65,000 डॉलर की शराब आयात की थी। ऑब्जर्वेटरी का कहना है कि उसी वर्ष मैक्सिको ने उत्तर कोरिया को चार करोड़ 50 लाख डॉलर का तेल बेचा और पेरु ने दो करोड़ 20 लाख डॉलर का तांबा निर्यात किया।
पेंस लातिन अमेरिकी देशों की यात्रा के तीसरे चरण के तहत चिली में थे। वह व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने और वेनेजुएला में जारी संकट को लेकर इन देशों को एकजुट करने के लिए यात्रा कर रहे हैं। यात्रा के अंतिम चरण के तहत वह पनामा जाएंगे। पेंस ने कहा कि उन्होंने पनामा जाने के बाद कल अपनी यात्रा निर्धारित समय से थोड़ा पहले समाप्त करने का निर्णय लिया है। अमेरिका के शार्लोट्सविले में श्वेतों को सर्वश्रेष्ठ मानने वाले नस्लवादियों और उनके विरोधियों के बीच रैली में हुई हिंसा पर अपनी टिप्पणी को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप निशाने पर हैं। व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रंप और पेंस कल कैम्प डेविड में अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से मुलाकात करेंगे। ट्रंप इस बात पर विचार कर रहे हैं कि युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में और अमेरिकी सैनिक भेजे जाए या नहीं।