वॉशिंगटन: समझा जाता है कि सऊदी अरब शासन एक रिपोर्ट तैयार कर रहा है जिसमें वह स्वीकार कर सकता है कि असंतुष्ट पत्रकार जमाल खशोगी की मौत इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में पूछताछ के दौरान हुई। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। ऐसी आशंका है कि तुर्की के इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में खशोगी की हत्या कर दी गई। इस घटना पर वैश्विक स्तर पर और खासकर अमेरिका में आक्रोश है, क्योंकि मूल रूप से सऊदी नागरिक खशोगी अमेरिका के वैध स्थायी नागरिक थे और वॉशिंगटन पोस्ट के लिए काम करते थे।
अमेरिकी सांसद सऊदी अरब के साथ 110 अरब अमेरिकी डॉलर का बड़ा रक्षा करार रद्द करने की मांग कर रहे हैं जबकि कई कंपनियों, सीईओ, अखबारों ने सऊदी अरब में होने जा रहे एक वित्तीय सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को सऊदी अरब के किंग सलमान से बात की जिसमें सलमान ने लापता पत्रकार के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया।
सऊदी अरब ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि खशोगी उसके दूतावास से चले गए थे लेकिन अब तक उसने इसके कोई सबूत नहीं दिए हैं। ट्रंप ने इस मामले में सऊदी अरब को गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी दी है। उन्होंने सऊदी नेता से बातचीत के लिए अपने विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को रवाना किया है।
वैश्विक आक्रोश के बीच सीएनएन ने सोमवार को खबर दी कि सऊदी अरब एक रिपोर्ट तैयार कर रहा है जिसमें वह स्वीकार करेगा कि खशोगी की मौत पूछताछ के दौरान हुई। दो अज्ञात सूत्रों के हवाले से चैनल ने कहा कि पूछताछ का मकसद तुर्की से उनके अपहरण के बारे में जानकारी हासिल करना था।
चैनल ने कहा, ‘‘एक सूत्र ने बताया कि रिपोर्ट में यह निष्कर्ष सामने आ सकता है कि मंजूरी और पारदर्शिता के बगैर अभियान को अंजाम दिया गया और इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।’’ हालांकि, चैनल ने कहा कि रिपोर्ट में बदलाव भी किया जा सकता है क्योंकि उसे अभी तैयार ही किया जा रहा है।
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