वॉशिंगटन: व्हाइट हाउस ने कहा है कि उसका मानना है कि अमेरिका की सरकारी एजेंसियों ने उन ताजा साइबर हमलों से खुद को बचा लिया है,जिनका आरोप रूस के खुफिया अभियानों से जुड़े लोगों पर लगाया गया है। व्हाइट हाउस ने साथ ही कहा कि सेंधमारी के इस अभियान से अगले माह प्रस्तावित राष्ट्रपतियों के सम्मेलन से ठीक पहले मॉस्को के साथ संबंध और खराब नहीं होने चाहिए। बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट ने इस हमले के बारे में शुक्रवार को जानकारी देते हुए कहा था कि इनसे बड़ी संख्या में संस्थाओं को नुकसान नहीं पहुंचा है।
अधिकारियों ने इस साइबर हमले को ‘सामान्य सेंधमारी’ बताया, जिसमें हैकर्स अमेरिकी और विदेशी सरकारी एजेंसियों, थिंक टैंक और मानवीय समूहों की कम्प्यूटर प्रणाली को निशाना बनाने के लिए मालवेयर वाले ईमेल भेजते हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने इस साइबर हमले के बारे में शुक्रवार को जानकारी दी, उसने बताया कि इनमें से अधिकतर ईमेल को स्वचालित प्रणाली (ऑटोमेटेड सिस्टम) ने रोक दिया और इन्हें स्पैम (अवांछनीय ईमेल) बताया। कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि उसे इस बात के साक्ष्य नहीं मिले हैं कि इससे बड़ी संख्या में संस्थाओं को नुकसान पहुंचा है।
यह पूछे जाने पर कि क्या हैकिंग के इस ताजा प्रयास से राष्ट्रपति जो बाइडन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बीच होने वाले शिखर सम्मेलन पर असर पड़ेगा, प्रधान प्रेस सचिव जीन पेरी ने कहा,‘हम उस दिशा में आगे बढ़ने वाले हैं।’ माइक्रोसॉफ्ट के उपाध्यक्ष टॉम गर्ट ने गुरुवार को एक पोस्ट में कहा था कि इस बार हैकर अंतरराष्ट्रीय विकास से जुड़ी अमेरिकी एजेंसी के मार्केटिंग अकाउंट के ईमेल तक पहुंच गए और इसके अलावा 150 से अधिक संगठनों के 3000 से ज्यादा मेल को भी इन्होंने निशाना बनाया।
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