संयुक्त राष्ट्र: ईरान के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका और रूस के बीच जल्द ही टकराव देखने को मिल सकता है। संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वासिली नेबेंजिया ने मंगलवार को कहा कि मॉस्को ईरान पर हथियार प्रतिबंध को बढ़ाने और इस्लामिक गणराज्य के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को फिर से लागू करने की अमेरिका की किसी भी कोशिश का विरोध करेगा। बता दें कि इससे पहले भी रूस तमाम मौकों पर ईरान का साथ देता आया है।
एक वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए गए नेबेंजिया के बयान से साफ हो गया है कि ट्रंप प्रशासन को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ईरान पर और पाबंदियां लागू करने की किसी भी कवायद के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। सुरक्षा परिषद में रूस के पास वीटो करने का अधिकार है। अमेरिका ने अप्रैल में परिषद के कुछ सदस्यों को संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव का एक मसौदा दिया था जो ईरान पर संयुक्त राष्ट्र के हथियार प्रतिबंध की अवधि अनिश्चितकाल तक के लिए बढ़ाने से जुड़ा है।
बता दें कि ईरान पर प्रतिबंध की अवधि अक्टूबर में समाप्त हो रही है। रूस की ईरान को हथियारों की बिक्री फिर से शुरू करने की मंशा छिपी नहीं है। नेबेंजिया ने कहा, ‘इसकी अवधि अक्टूबर में समाप्त हो रही है और हमारे लिए यह स्पष्ट है। मुझे ईरान पर हथियार प्रतिबंध लगाने की कोई वजह नहीं दिखाई देती।’ माना जा रहा है कि र्ईरान को लेकर एक बार फिर अमेरिका और रूस में बड़ा टकराव देखने को मिल सकता है। यदि ऐसा होता है तो मध्य पूर्व में मामला एक बार फिर से तनावपूर्ण हो सकता है।
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