अमेरिका ने भारत, पाकिस्तान से कहा: कूटनीति के जरिए मतभेद सुलझाएं
अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान से कहा है कि उन्हें हिंसा के जरिए नहीं बल्कि कूटनीति के जरिए आपसी मतभेद सुलझाने चाहिए।
वाशिंगटन: अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान से कहा है कि उन्हें हिंसा के जरिए नहीं बल्कि कूटनीति के जरिए आपसी मतभेद सुलझाने चाहिए। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम भारत और पाकिस्तान को प्रोत्साहित करते हैं कि वे हिंसा के जरिए नहीं, बल्कि कूटनीति के जरिए आपसी मतभेद सुलझाएं। उन्होंने कहा, हमने हिंसा, खासकर आतंकवादी हमलों की निंदा की है।
अर्नेस्ट से पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ सीमा पार से लगातार आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दिए जाने के मद्देनजर, नवंबर में इस्लामाबाद में होने वाले दक्षेस शिखर सम्मेलन में नयी दिल्ली के हिस्सा नहीं लेने के फैसले के बारे में प्रश्न पूछा गया था। विदेश मंत्रालय ने भी इस संबंध में भारत के फैसले पर टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि इस मामले पर टिप्पणी नयी दिल्ली करेगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, मैं आपसे कहूंगा कि इस बैठक में भाग नहीं लेने के उनके निर्णय पर टिप्पणी लेने के लिए आप भारत सरकार से बात करें। उन्होंने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमने मंच से कई बार यह बात कही है कि हम भारत एवं पाकिस्तान के बीच संबंधों को सामान्य और निकट होते देखना चाहते हैं।
टोनर ने कहा, इससे क्षेत्र को लाभ होगा। हम दोनों देशों के बीच राजनीतिक बहस कम होते और संचार एवं समन्वय बढ़ते देखना चाहते हैं। उप प्रवक्ता ने कहा, यह दोनों देशों के हित में है कि वे तनाव को दरकिनार करें और संचार के अधिक सामान्य माध्यम स्थापित करें। उन्होंने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान पर इस बात का दबाव बनाना जारी रखेगा कि वह पड़ोस में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल समूहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।
टोनर ने कहा, हमने पाकिस्तान को उसकी सीमाओं में काम कर रहे और उसकी सीमाओं के भीतर हमले कर रहे कुछ आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई में प्रगति करते देखा है। हम उस पर इस बात का दबाव बनाना जारी रखेंगे कि वह पाकिस्तान की सीमा में ठिकाने खोजने वाले आतंकवादी समूहों के खिलाफ भी कार्रवाई करे।