वाशिंगटन: रूस की ओर से 2016 के अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप की चर्चाओं के बीच एक पूर्व अमेरिकी राजदूत ने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन से 'बदला' लेना चाहते थे। सोची विंटर ओलंपिक 2014 के बाद पद छोड़ने वाले माइकल मैकफॉल ने कहा, "हमें याद रखना चाहिए कि व्लादिमिर पुतिन सोचते थे कि हिलेरी ने 2011 के रूसी चुनावों में हस्तक्षेप किया था। उन्होंने यह सार्वजनिक तौर पर कहा था और मैंने उन्हें निजी तौर पर यह बात कहते हुए सुना था।"
मैकफॉल ने कहा कि पुतिन की सबसे बड़ी मंशा हिलेरी क्लिंटन से बदला लेने की थी। मैकफॉल रूस में अमेरिका के 2012 से 2014 तक राजदूत रहे। उन्होंने रविवार को एमएसएनबीसी के साथ इन रिपोर्ट के बारे में बातचीत की कि सीआईए ने पता लगाया है कि रूसी हैकरों ने डोनाल्ड ट्रंप की मदद की और हिलेरी क्लिंटन के चुनाव अभियान को नुकसान पहुंचाया।
मैकफॉल ने रूस के हैकिंग कार्यप्रणाली के तरीके को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि हैकिंग रूस के तौरतरीकों में फिट बैठती है। उन्होंने कहा कि वह रूस की साइबर गतिविधियों की जांच का समर्थन करते हैं। मैकफॉल ने ट्रंप की जीत पर पुतिन के उत्साह का भी जिक्र किया।
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