वाशिंगटन: सात मुस्लिम देशों के नागरिकों और शरणार्थियों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगाने के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन शुरू हो गये हैं और घोर भेदभावपूर्ण बताये जा रहे इस आदेश को चुनौती देते हुये पहला मुकदमा दायर किया गया है। करीब दो हजार प्रदर्शनकारी न्यूयार्क के जॉन एफ केनेडी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर एकत्रित हुये, जहां गत शुक्रवार को ट्रंप के यात्रा प्रतिबंध के आदेश पर हस्ताक्षर करने के तुरंत बाद दो इराकी यात्रियों समेत दर्जनों यात्रियों को रोककर रखा गया था।
वाशिंगटन, शिकागो, मिनीपोलिस, डेनवेर, लॉस एंजिलिस, सेन फ्रांसिस्को और डलास में भी मुख्य हवाईअड्डों पर प्रदर्शन हुये। अमेरिका ने आज बताया कि इन हवाईअड्डों पर करीब 50 लोगों को रोका गया था। इस आदेश के खिलाफ तुरंत प्रदर्शन करने वाले समूहों में से एक न्यूयॉर्क प्रवासी गठबंधन की ओर से कानूनी कदम उठाने वाले वकील कैमिले मैकलर ने कहा, हम जानते थे कि यह होने वाला है। हम तैयार थे लेकिन हम यह नहीं जानते थे कि यह कब होगा और हम यह नहीं सोच सकते थे कि जब लोग विमान में सफर कर रहे होंगे तो यह आदेश लागू कर दिया जाएगा।
इराकी नागरिकों की मदद करने वाले गैर लाभकारी संगठन द लिस्ट प्रोजेक्ट ने इस कदम पर गुस्सा जताते हुये चेतावनी दी कि इससे अमेरिकियों की भी जिन्दगी खतरे में पड़ गयी है। दो इराकी लोगों को हवाईअड्डे पर हिरासत में लिये जाने के बाद ट्रंप के आदेश के खिलाफ अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन और अन्य अधिकार समूहों ने फेडरल कोर्ट में पहला मुकदमा दायर किया है। ब्रुकलिन में शनिवार को इस मामले पर तत्काल सुनवायी की गयी।
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