न्यूयॉर्क: कोरोना वायरस से रोकथाम के लिए दुनिया के कई देशों में टीकाकरण अभियान जोरों पर है। इस काम के लिए विभिन्न कंपनियों द्वारा बनाई गईं कोरोना वैक्सीन की मदद ली जा रही है। वहीं, यदि सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही मार्केट में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए टैबलेट भी उपलब्ध होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने सार्स-सीओवी-2 के लिए नॉवल ओरल एंटीवायरल ड्रग का क्लिनिकल ट्रायल शुरू कर दिया है। कंपनी के बयान के मुताबिक, अभी तक के नतीजे काफी उत्साहजनक रहे हैं।
कंपनी ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘ओरल एंटीवायरल क्लिनिकल कैंडिडेट 'पीएफ-07321332' एक सार्स-सीओवी2-3सीएल ने सार्स-सीओवी-2 के खिलाफ इन व्रिटो एंटी-वायरल गतिविधि में और कोरोना के खिलाफ शक्तिशाली प्रदर्शन किया है।’ कंपनी के अनुसार, निष्कर्षो से पता चला है कि इसका उपयोग कोविड-19 के उपचार में और भविष्य में कोरोना वायरस के खतरों से निपटने में किया जा सकता है। फाइजर के वर्ल्डवाइड रिसर्च, डवलपमेंट और मेडिकल के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी और अध्यक्ष मिकाएल डोल्सटन ने कहा, ‘हमने पीएफ-07321332 को एक संभावित ओरल थेरेपी के रूप में डिजाइन किया है, जिसे संक्रमण के पहले संकेत पर निर्धारित किया जा सकता है।’
डोल्सटन ने कहा, ‘उसी समय, फाइजर के इंट्रावेनियॉस एंटी-वायरल कैंडिडेट अस्पताल में भर्ती रोगी के लिए एक नोवल ट्रीटमेंट ऑप्शन भी है। एक साथ, दोनों के पास एक एंड-टू-एंड उपचार प्रतिमान बनाने की क्षमता है जो उन मामलों में टीकाकरण का पूरक है जहां महामारी अभी भी मौजूद है।’ ऐसे में कहा जा सकता है कि दुनिया को जल्द ही कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए टीके के साथ अब टैबलेट की शक्ल में भी दवा उपलब्ध हो सकती है। बता दें कि फाइजर-बायोनटेक ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जो वैक्सीन बनाई है, वह 95 प्रतिशत तक प्रभावी है और कई देश टीकाकरण में इस वैक्सीन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
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