पाकिस्तान सभी आतंकी समूहों को निशाना बनाए, उनके ठिकानों को नष्ट करे: अमेरिका
वाशिंगटन: अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान को उसके पड़ोसी देशों को निशाना बनाने वाले समूहों समेत सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ कदम उठाने चाहिए और आतंकवादियों के सभी सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करना चाहिए।
वाशिंगटन: अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान को उसके पड़ोसी देशों को निशाना बनाने वाले समूहों समेत सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ कदम उठाने चाहिए और आतंकवादियों के सभी सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करना चाहिए। अमेरिका ने हालांकि यह भी कहा कि पाकिस्तान की स्थिरता को खतरा पैदा करने वाले संगठनों से निपटने के लिए इस्लामाबाद ने अर्थपूर्ण कदम उठाए हैं।
विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट रहे हैं कि पाकिस्तान को उसके पड़ोसी देशों को निशाना बनाने वाले सभी आतंकवादी समूहों को निशाना बनाना चाहिए और उनके सभी सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करना चाहिए।
टोनर ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ के छह जून के उस बयान की सराहना करता है जब उन्होंने पाकिस्तानी सैन्य कमांडरों, खुफिया एजेंसियों एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए थे कि आतंकवादी समूहों को सुरक्षित ठिकाने न मिल पाए या वे अफगानिस्तान में आतंकवादी हमले करने के लिए पाकिस्तानी धरती का इस्तेमाल नहीं करें।
उन्होंने कहा, आतंकवादी खतरों से निपटने के लिए पाकिस्तान को अगला क्या कदम उठाने की आवश्यकता है, हम इस बारे में हमारी कुछ चिंताओं से निपटने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। टोनर ने कहा कि आतंकवाद एवं हिंसक चरमपंथ से निपटने और एक अधिक स्थिर एवं लोकतांत्रिक समाज का निर्माण करने में पाकिस्तान के प्रयासों को समर्थन देना अमेरिका के दीर्घकालिक राष्ट्रीय हित में है।
उन्होंने कहा, हमारा मानना है कि पाकिस्तान, खासकर उसकी स्थिरता को खतरा पैदा करने वाले समूहों पर ध्यान केंद्रित करते हुए आतंकवाद से निपटने के लिए कदम उठा रहा है। उन्होंने आतंकवादियों के सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करने की दिशा में प्रगति की है।
टोनर ने कहा, उन्होंने पाकिस्तान के उन कई हिस्सों में सरकारी नियंत्रण बहाल किया है जिन्हें कई वर्षों से आतंकवादियों के सुरक्षित ठिकानों के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। पाकिस्तान द्वारा उठाए गए यह कदम महत्वपूर्ण और अर्थपूर्ण हैं। इसकी कीमत चुकानी पड़ी है और यह कीमत निश्चित ही पाकिस्तानी लोगों की जान है।