न्यूयार्क: अमेरिका ने 6 साल पहले कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन को मारने का दावा किया था। यह दावा करने वाले नेवी सील कमांडो रॉबर्ट ओ नील ने लादेन की मौत पर एक नया तथ्य उजागर किया है कि उसकी गोलियों से अल कायदा प्रमुख का सिर इस कदर क्षतिग्रस्त हो गया था कि पहचान के लिए उसके सिर के टुकड़ों को एक साथ रखना पड़ा था। अपनी किताब में पूर्व शूटर राबर्ट ओ नील ने इस बात का जिक्र किया है। पूर्व शूटर राबर्ट ओ नील ने यह भी लिखा है कि उन्होंने 9/11 के दोषी ओसामा बिन लादेन के सिर में तीन गोली मारी थी। न्यूयार्क डेली की खबर के मुताबिक ‘द ऑपरेटर फायरिंग शॉट्स दैट किल्ड बिन लादेन’ में नौसेना की सील टीम के छह पूर्व शूटरों ने पाकिस्तान के ऐबटाबाद के परिसर में उस रात हुई घटना का ब्योरा दिया है।
2 मई, 2011 को ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान के एबटाबाद की एक इमारत में अमेरिकी नेवी के सील कमांडो की 6 सदस्यों वाली टीम ने लादेन को मारा था, बाकि के कमांडो उन्हें मदद कर रहे थे। हालांकि ओ नील की इस किताब पर विवाद और तेज हो गया है, क्योंकि उन्होंने किताब लिख कर सेना के गुप्त ऑपरेशन के बारे में खुलासा किया है, जो कि नियमों का उल्लंघन है।
नील ने अपनी पुस्तक में लिखा है कि राबर्ट ओ नील की पुस्तक के अनुसार, सील कमांडो जब लादेन को तलाशते हुए एबटाबाद की इमारत के दूसरी मंजिल की सीढ़ियां चढ़ रहे थे तो उन्हें लादेन का एक बेटा खालिद एके-47 राइफल लिए नजर आया। वह कमांडो पर फायर करता, इसके पहले ही उसे गोली मार दी गई। फिर लादेन की खोज शुरू हुई।
ओ नील के मुताबिक, "हमें शक था कि अलकायदा सरगना तीसरी मंजिल के एक कमरे में होगा। उसने आत्मघाती जैकेट पहन रखी होगी। खतरा होने पर वह धमाका कर खुद को उड़ा भी सकता है। लेकिन मैंने तय किया कि चाहे जो हो, मैं उसके करीब जरूर जाऊंगा।"
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