वॉशिंगटन: अमेरिका एक बार फिर से चांद पर इंसानों को भेजने की तैयारी कर रहा है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा कि ट्रंप प्रशासन NASA को निर्देशित करेगा कि वह चांद पर लोगों को उतारने और लाल ग्रह या उससे आगे अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने से पहले चंद्रमा की स्तह पर उपस्थिति स्थापित करें। यह बयान पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के विचार के ठीक उलट है क्योंकि ओबामा ने अंतरिक्ष एजेंसी नासा को मंगल ग्रह पर ध्यान केंद्रित करने को कहा था। अमेरिका ने 1972 में आखिरी बार चांद पर मानवों को भेजा था।
वॉल स्ट्रीट जर्नल के संपादकीय पेज पर लिखे गए एक लेख और राष्ट्रीय अंतरिक्ष परिषद के उद्घाटन के मौके पर दिए गए अपने भाषण के दौरान पेंस ने प्रशासन के रुख को साफ कर दिया है। यह अंतरिक्ष परिषद अमेरिका के अंतरिक्ष एजेंडों को तय करेगा। पेंस वर्जीनिया के चैंटिली में स्मिथसोनियन नेशनल एयर एंड स्पेस म्यूजियम के स्टीवन एफ उद्वार-हजी सेंटर में कहा, ‘हम NASA के अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा से वापस लाएंगे, न केवल पैरों के निशान और झंडे पीछे छोड़ने के लिए, बल्कि नींव बनाने के लिए, हमें अमेरिकियों को मंगल और उससे परे भेजना होगा।’
ट्रंप प्रशासन की यह घोषणा पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के विचारों पर वापस लौटना है। तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जब नासा का ध्यान मंगल ग्रह पर केंद्रित करने को कहा था तब बुश ने इसका विरोध किया था। पेंस ने जोर देते हुए कहा कि ट्रंप प्रशासन के नेतृत्व में अमेरिका दोबारा अंतरिक्ष में दुनिया का नेतृत्व करेगा।
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