वॉशिंगटन: नासा ने अपने अब तक के सबसे बड़े टेलिस्कोप का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। यह टेलिस्कोप हब्बल से 100 गुना अधिक शक्तिशाली है और उन आकाशगंगाओं का पता लगा सकता है जो ब्रह्मांड के शुरूआती काल में बनी थीं।
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हब्बल स्पेस टेलिस्कोप नासा के लिए 26 साल से काम कर रहा है और अब उसकी जगह जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप लेगा। वेब टेलिस्कोप के इन्फ्रारेड कैमरे इतने अधिक संवेदनशील हैं कि उन्हें सूर्य की किरणों से बचाना जरूरी है। एक टेनिस कोर्ट के आकार के पांच स्तरीय सनशील्ड इसे सूर्य की किरणों से बचाएंगे ताकि टेलिस्कोप के इन्फ्रारेड सेंसरों पर इनका असर न हो सके।
सनशील्ड की पांचों सतहें मनुष्य के बाल की तरह ही सूक्ष्म हैं। यह सतहें वेधशाला की गर्म एवं ठंडी सतहों के बीच तापमान कम रखने के लिए एक साथ काम करती हैं। सनशील्ड की प्रत्येक सतह अपनी अगली सतह से ठंडी है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप के पहले महत्वपूर्ण ऑप्टिकल उपकरण को पूरी तरह संकलित प्राथमिक दर्पण बना दिया है जिसे सेंटर ऑफ कर्वचर टेस्ट नाम दिया गया है। इस दर्पण की माप के विभिन्न चरणों में परीक्षण और इसके नतीजों की तुलना इस टेलिस्कोप के लिए यह सुनिश्चित करेंगे कि यह अंतरिक्ष में काम करेगा।
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