2,907 करोड़ रुपये में सऊदी राजकुमार ने खरीदी विंची की यह मशहूर पेंटिंग
लियोनार्डो दा विंची की पेंटिंग 'सल्वाटोर मुंडी' का रहस्यमयी खरीदार सऊदी अरब का एक राजकुमारनिकला है....
न्यूयॉर्क: लियोनार्डो दा विंची की पेंटिंग 'सल्वाटोर मुंडी' का रहस्यमयी खरीदार सऊदी अरब का एक राजकुमार निकला है। राजकुमार ने पिछले महीने यहां नीलामी में इस पेंटिंग को 45.03 करोड़ डॉलर (लगभग 2,907 करोड़ रुपये) की रिकॉर्ड कीमत अदा कर खरीदा था। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने दस्तावेजों की समीक्षा कर बताया है कि प्रिंस बदर बिन अब्दुल्ला बिन मोहम्मद बिन फरहान अल सऊद ने यह पेंटिंग खरीदी है। नीलामी में पेंटिंग के लिए अब तक की यह सर्वाधिक कीमत चुकाई गई है। पेंटिंग, यीशु मसीह का एक चित्रण है।
नीलामी हाउस क्रिस्टी ने कहा था कि यह दा विंची की एकमात्र कलाकृति है जो निजी हाथों में है। द न्यूयॉर्क टाइम्स के खुलासे के अनुसार, ‘राजकुमार बदर 'शाही परिवार की एक दूरदराज शाखा से नाता रखते हैं जिसे इतिहास की प्रमुख कलाकृतियों को इकठ्ठा करने वालों के रूप में नहीं जाना जाता है और उनकी विशाल संपत्ति का भी कोई सार्वजनिक ज्ञात स्रोत नहीं है।’ वह देश के 32 वर्षीय युवराज मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद के दोस्त और सहयोगी हैं। क्रिस्टी के एक प्रवक्ता ने कहा कि वह किसी भी खरीदार या विक्रेता की पहचान उनकी अनुमति के बिना जाहिर नहीं करती।
प्रिंस बदर ने टिप्पणी के लिए अनुरोध का कोई जवाब नहीं दिया है लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स ने बुधवार को जब प्रतिक्रिया के लिए दबाव डाला तो अबू धाबी में खुली लोवरे की नई शाखा ने ट्वीट कर कहा कि कि पेंटिंग 'लोवरे अबू धाबी में आ रही है।' विंची ने अपने जीवनकाल में कई पेंटिंग्स बनाई थीं, लेकिन दुनिया को उनमें से सिर्फ 16 के बारे में ही पता है। यही वजह है कि उनकी हर पेंटिंग की कीमत करोड़ों डॉलर में होती है। लियोनार्डो की यह पेंटिंग भी उन्हीं 16 पेंटिंग्स में से एक है। यह विंची की पहली ऐसी पेंटिंग थी जिसकी सार्वजनिक नीलामी की गई।