वाशिंगटन: मंगल ग्रह पर नासा के कदम रखने जैसी स्थिति पर केंद्रित एक अहम परीक्षण के तहत एक सुपरसोनिक पैराशूट का आसमान में सफल परीक्षण किया गया। यह सुपरसोनिक पैराशूट मंगल ग्रह पर नासा के मिशन में मदद पहुंचाएगा। अमेरिका में नासा की वाल्लोप फ्लाइट फैसिलिटी से 31 मार्च को रॉकेट के जरिये एडवांस्ड सुपरसोनिक पैराशूट इंफ्लेशन रिसर्च एक्सपेरिमेंट( एस्पायर) लांच किया गया। वैसे अटलांटिक सागर में पैराशूट रिकवरी क्षेत्र में प्रतिकूल स्थितियों के कारण उसके परीक्षण में कई दिनों की देरी हुई। (पाक ने लगाया भारत पर कश्मीर में‘ क्रूर कार्रवाई का आरोप )
स्पेश डॉट कॉम के अनुसार इस परीक्षण का उद्देश्य उन स्थितियों को दोहराना था जिसका किसी अंतरिक्ष यान को मंगल ग्रहल पर उतरने पर अनुभव होगा। लांच के थोड़ी ही देर बाद एस्पायर अटलांटिक सागर में उतरा जहां से उसे नौका से हासिल किया जाएगा।
सागर से बरामद पैराशूट के विश्लेषण और कैमरे एवं अन्य उपकरणों से प्राप्त आंकड़ों से अनुसंधानकर्ताओं को नासा के 2020 के मार्स रोवर के वास्ते पैराशूट का डिजायन तैयार करने में मदद मिलेगी। मार्स रोवर अगले दो साल में प्रेक्षपित किया जाना वाला है। वह मंगल ग्रह पर प्राचीन जीवन के संकेत ढूंढेगा।
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