बड़ा ख़ुलासा: कैनेडी की हत्या भीतर वालों का काम था
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ़.कैनेडी की हत्या को लेकर एक सनसनीख़ेज़ ख़ुलासा हुआ है। आख़िरी सांस गिन रहे एक व्यक्ति ने ये रहस्योद्घाटन मशहूर हॉलीवुड डायरेक्टर ओलिवर स्टोन के सामने किया है। डेली मेल
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ़.कैनेडी की हत्या को लेकर एक सनसनीख़ेज़ ख़ुलासा हुआ है। आख़िरी सांस गिन रहे एक व्यक्ति ने ये रहस्योद्घाटन मशहूर हॉलीवुड डायरेक्टर ओलिवर स्टोन के सामने किया है।
डेली मेल के अनुसार चर्चित फिल्म JFK के निर्देशक स्टोन से इस व्यक्ति ने अपनी अंतिम घड़ी में संपर्क किया। कैंसर से दम तोड़ रहे इस व्यक्ति का दावा था कि वह राष्ट्रपति की सुरक्षा टीम का सदस्य था। इस व्यक्ति के दावे मुताबिक़ राष्ट्रपति पर गोली सुरक्षी टीम में से ही किसी ने चलाई थी। उसका ये भी दावा था कि ये बात उसने सिर्फ़ अपने बेटे को बताई थी।
इस व्यक्ति ने स्टोन को मिलने के पहले कई पत्र लिखे और अपना कोड नाम 'रोन' बताया। स्टोन ने कहा कि उन्हें पहले इस व्यक्ति के दावे को लेकर शक़ था क्योंकि कैनेडी की हत्या को लेकर कई कहानियां हैं। कैनेडी को दो गोलियां लगी थी। नवंबर 1963 में कैनेडी की उस समय हत्या हुई थी जब डलास में वह खुली कार में जा रहे थे।
कैनेडी की हत्या के आरोप में ली हार्वे ओसवाल्ड को गिरफ़्तार किया था। उस पर एक ईमारत की छठी मंज़िल से राष्ट्रपति पर गोली चलाने का आरोप था। हत्या के दो दिन बाद ही एक स्थानीय क्लब के मालिक ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस क्लब के मालिक का अंडरवर्ल्ड से कनैक्शन था। इसके बाद से ही ये सवाल उठता रहा कि ओसवाल्ड ने गोली चलाई थी कि नहीं और अगर चलाई थी तो वह किसके लिए काम कर रहा था। कहा तो ये भी जाता है कि एक गोली पास के घास के टीले से चलाई गई थी।
69 साल के स्टोन ने कहा रोन के बारे में उनका शक़ दूर हो गया क्योंकि वह भी सेना में रह चुके हैं और सैन्य शब्दजाल और जटिल ब्योरे को समझते हैं। उन्होंने इस व्यक्ति के ख़ुलासे को 'प्रशंसनीय' और 'बहुत विश्वसनीय' बताया।
न्यूयॉर्क शहर के रॉचेस्टर में एक होटल में इस व्यक्ति से मुलाक़ात को याद करते हुए स्टोन ने कहा: 'उसने कहा कि उसे पैसे या शोहरत नहीं चाहिये। उसने कुछ ऐसा कहा कि "मैं आपको बताना चाहता हूं कि ये मेरी अंतरात्मा की आवाज़ है।"
स्टोन ने कहा: 'हत्या की जो तस्वीर उसने खींची, वह व्यवहारिक थी। अगर मैं कुछ ऐसा करने की सोचता तो ऐसे ही करता।
स्टोन ने मौट ज़ोलर सीत्ज़ से पहली बार इस बात को उजागर करने का फैसला किया जो उन पर किताब लिख रहे हैं। स्टोन ने प्लाटून जैसी फिल्म बनाई है जो वियतनाम युद्ध की पृष्ठभूमि पर है। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने अब तक ये बात क्यों नहीं बताई, सीत्ज़ ने कहा: 'इसलिये कि मुझे लगता है वह मुझ पर विश्वास करते ते और इसलिए भी कि अब बाप और बेटे दोनों मर चुके हैं। ये कहानी अब तक किसी ने नहीं सुनी है। मैं पहला व्यक्ति हूं।''
स्टोन पर सीत्ज़ की किताब सितंबर में आ रही है जिसमें इस व्यक्ति के ख़ुलासे का ज़िक्र है।