अमेरिका और यूक्रेन को शक, ईरान की मिसाइल ने मार गिराया 176 लोगों को लेकर उड़ रहा प्लेन
ट्रंप ने उस दावे को भी खारिज कर दिया जिसमें हादसे की वजह मैकेनिकल गड़बड़ी को बताया जा रहा था।
वॉशिंगटन/तेहरान: यूक्रेन के जेटलाइनर विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में ईरान की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में गुरूवार को कहा गया कि विमान के चालक दल ने मदद के लिए कभी रेडियो संदेश नहीं भेजा। रिपोर्ट में कहा गया कि जब वे विमान को एयरपोर्ट की ओर लौटाने की कोशिश कर रहे थे तभी विमान जलता हुआ गिर गया। इस विमान दुर्घटना में 176 लोगों की मौत हो गई थी। इस बीच अमेरिका को शक है कि इस प्लेन को ईरानी मिसाइलों ने मार गिराया है। वहीं, यूक्रेन ने भी दुर्घटना के संभावित कारणों में मिसाइल हमला या आतंकवाद नजर आने की बात कही है।
ईरान ने किया इनकार, कहा- तकनीकी खामी से गिरा प्लेन
हालांकि ईरान इन बातों से इनकार कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन इंटरनेशन एयरलाइंस द्वारा संचालित बोइंग 737 अचानक अटक गया, जिसके कारण विमान तेहरान में इमाम खुमैनी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद नीचे गिर गया। ईरान के नागर विमानन संगठन के जांचकर्ताओं ने इस दुर्घटना के बारे में तत्काल कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। ईरान के अधिकारियों ने घटना के लिए तकनीकी खामी को जिम्मेदार ठहराया। शुरू में यूक्रेन के अधिकारियों ने भी इसका समर्थन किया, लेकिन बाद में कहा कि वे जांच जारी रहने के बीच अटकल नहीं लगाएंगे।
ट्रंप ने कहा, मैकेनिकल गड़बड़ी से नहीं गिरा विमान
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि प्लेन क्रैश को लेकर उनके मन में कुछ संदेह है। हालांकि उन्होंने इस दुर्घटना के लिए ईरान को सीधे-सीधे जिम्मेदार नहीं ठहराया। ट्रंप ने कहा कि इस विमान हादसे में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है। ट्रंप ने उस दावे को भी खारिज कर दिया जिसमें हादसे की वजह मैकेनिकल गड़बड़ी को बताया जा रहा था। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इसे मैकेनिकल गड़बड़ी बता रहे हैं लेकिन मुझे व्यक्तिगत तौर पर ऐसा नहीं लगता। आपको बता दें कि दुर्घटना से कुछ घंटे पहले ही ईरान ने इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे।
अचानक ही आग की लपटों से घिर गया था विमान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेन के विमान ने बुधवार सुबह 6:12 बजे उड़ान भरी थी। विमान ने तेहरान के इमाम खुमेनी एयरपोर्ट से करीब एक घंटे की देरी से उड़ान भरी। विमान पश्चिम की ओर करीब 8,000 फुट की ऊंचाई पर पहुंच गया था। रिपोर्ट के अनुसार उड़ान भरते ही कुछ त्रुटि आई और पायलट को असामान्य स्थिति के संबंध में कोई रेडियो संदेश नहीं मिली। आपात स्थिति में पायलटों ने तत्काल वायु यातायात नियंत्रकों (ATC) से संपर्क साधा। पास से गुजर रहे एक अन्य विमान के चालक दल समेत चश्मदीदों के अनुसार सुबह 6:18 बजे विमान आग की लपटों से घिरा था और दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
यूक्रेन ने कहा, मिसाइल हमला हो सकता है प्लेन क्रैश की वजह
दुर्घटनाग्रस्त होता हुआ विमान जब जमीन पर गिरा तो भारी विस्फोट हुआ। रिपोर्ट में इस बात की भी पुष्टि की गई कि दोनों तथाकथित ‘ब्लैक बॉक्स’ जिनमें विमान के आंकड़े और कॉकपिट की जानकारी होती है, बरामद कर लिए गए हैं। वे क्षतिग्रस्त हैं और उनकी कुछ जानकारी नष्ट हो गई है। इसमें बताया गया है कि शुरूआती जांच के अनुसार दुर्घटना का कारण लेजर या विद्युत चुंबकीय प्रभाव नहीं है। यूक्रेन की सुरक्षा परिषद के सचिव ओलेकसी दानिलोव ने यूक्रेन के मीडिया को बताया कि दुर्घटना के संबंध में अधिकारियों के पास कई संभावित वजहें हैं जिनमें मिसाइल हमला भी एक है। उन्होंने कहा, ‘मिसाइल से हमला एक संभावित वजह है क्योंकि इंटरनेट पर दुर्घटनास्थल के पास मिसाइल के तत्व होने की जानकारी है।’
विमान में सवार से 82 ईरानी और 63 कनाडाई नागरिक
हालांकि ओलेकसी दानिलोव ने यह साफ नहीं किया कि इंटरनेट पर उन्होंने कहां यह जानकारी देखी। यूक्रेन के जांच अधिकारी गुरुवार को ईरान पहुंच गये। उन्हें ईरान के अधिकारियों से दुर्घटना स्थल का मुआयना करने की अनुमति का इंतजार है। यूक्रेन की टिप्पणियों पर ईरान ने तत्काल प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि बुधवार को ईरान सशस्त्र बलों के प्रवक्ता जनरल अबुलफजल शेकारची ने विमान पर मिसाइल हमले की बात को खारिज कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि विमान में विभिन्न देशों के 167 यात्री और चालक दल के 9 सदस्य थे जिनमें से 82 ईरानी नागरिक, 63 कनाडाई और 11 यूक्रेन के नागरिक थे।
यूक्रेन ने की एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा
इस बीच यूक्रेन ने गुरुवार को एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की फेसबुक पर डाले गए अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘9 जनवरी को राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है।’ उन्होंने कहा कि दुर्घटना की जांच को लेकर वह ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी से बातचीत करेंगे। जेलेंस्की ने कहा, ‘निश्चित रूप से यूक्रेन के लिए प्राथमिकता विमान दुर्घटना के कारण का पता लगाना है। हम लोग निश्चित रूप से सच का पता लगाएंगे।’ कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि 138 यात्री कनाडा जाने वाले थे । विमान में एक ही परिवार के 4 लोग और नवविवाहित जोड़े भी थे। यात्रियों में कई किशोर भी थे और एक या दो साल से भी कम उम्र के कुछ बच्चे भी थे। कनाडा और अमेरिका दोनों ने विमान हादसे की पूर्ण जांच की मांग की है। (भाषा से इनपुट्स के साथ)