वाशिंगटन: हिज्बुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन की भारत के खिलाफ भड़काउ टिप्पणियों के बीच अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की जरूरत पर जोर देते हुए कहा है कि इस तरह की भड़काउ टिप्पणियां क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए फायदेमंद नहीं है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता एलिजाबेथ ट्रूडो ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा, मैं इतना ही कह सकती हूं कि मैंने खबरें देखी हैं और यह मतभेदों के शांत और संयमित हल की ओर नहीं लेकर जाता है और न ही वह फायदेमंद है।
ट्रूडो ने कहा, हमारा मानना है कि क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए दोनों देशों के बीच आपस में सीधी बातचीत जरूरी है और व्यापक अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भी इसी तरह के सहयोग की जरूरत है। वे सलाहुद्दीन की धमकियों के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रही थीं। सलाहुद्दीन ने कश्मीर मुद्दे पर परमाणु युद्ध शुरू करने की धमकी दी थी। पाकिस्तान के अशांत इलाके बलूचिस्तान में कल हुए आतंकी हमले के बारे में उन्होंने कहा कि अमेरिका आतंक के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के साथ खड़ा है। उन्होंने इस्लामाबाद को आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने का उसका वादा भी याद दिलाया।
कल हुए इस हमले में 75 लोगों की मौत हो गई थी। ट्रूडो ने कहा, मैं इतना ही कहूंगी कि पाकिस्तान ने कहा है कि वह आतंकी समूहों का संबंध किससे है यह देखे बगैर सभी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। मैं आतंकी हमले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहती। यह निंदनीय है। आतंक के खिलाफ लड़ाई में जैसे-जैसे पाकिस्तान आगे बढ़ेगा, हम उसका साथ देते जाऐंगे।
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