वाशिंगटन: भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल और कुछ अन्य सांसदों ने वर्जीनिया में श्वेतों को सर्वश्रेष्ठ मानने वाले नस्लवादियों की हिंसक रैली पर टिप्पणी करने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की निंदा करने वाला एक प्रस्ताव पेश किया है। प्रमिला ने कहा, शारलोट्सविले में हुई त्रासदी को एक सप्ताह भी नहीं बीता है और मंगलवार को राष्ट्रपति ने श्वेतों को सर्वश्रेष्ठ मानने वाले नस्लवादियों का बचाव कर देश के जख़्मों पर नमक छिड़क दिया है। संवाददाता सम्मेलन में हमने असली डोनाल्ड ट्रंप को देखा जिन्होंने अपने पूरे करियर में नस्लवादी विचारधारा रखी। ('नस्लवाद, विदेशी-द्वेष और इस्लाम-द्वेष हमारे समाज में जहर घोल रहे हैं')
कांग्रेस सदस्य जेरोल्ड नादलेर और बोनी वाटसन कोलमैन ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया। इस प्रस्ताव को 18 अगस्त को प्रतिनिधि सभा में पेश किया जाएगा। प्रमिला ने कहा कि अमेरिकी लोग अपने नेताओं से स्पष्ट तौर पर श्वेतों को सर्वश्रेष्ठ मानने की धारणा की निंदा करने की उम्मीद करते हैं।
उन्होंने कहा, राष्ट्रपति ट्रंप ना केवल श्वेतों को सर्वश्रेष्ठ मानने वाले नस्लवादियों की निंदा करने में नाकाम रहे बल्कि वह उनके लिए खड़े हुए जिसके लिए उनकी निंदा की जानी चाहिए। इस बीच सीनेटर मैजी के हिरोनो और मारिया कैंटवेल ने अटॉर्नी जेफ सेशंस को पत्र लिखकर उनसे अमेरिका में बढ़ते घृणा अपराधों से निपटने के लिए अंतर एजेंसी कार्य बल का गठन करने का आग्रह किया। गौरतलब है कि ट्रंप ने घातक हिंसा के लिए चरम वामपंथी समेत दोनों पक्षों को जिम्मेदार ठहराया है।
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