वाशिंगटन: आतंकी संगठन ISIS की दहशतगर्दी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। अब तक न जाने कितने ही महिला-पुरुषों को जबरन आतंकी बनाने पर मजबूर किया और मनाही करने पर उनके सिर कलम किए। ISIS ना तो पुरूषों के सिर कलम करने से डरता है और ना ही महिलाओं के। इसी साल खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट(आईएस) ने सीरिया की एक महिला पत्रकार का सिर कलम कर दिया। बताया जाता है कि आईएस ने पहली बार किसी महिला पत्रकार की हत्या की। मारी गई पत्रकार का नाम रुकिया हसन है और वह स्वतंत्र पत्रकार थी। साल 2016 में ISIS ने कई पत्रकारों के सिर कलम किए हैं और उनके सिर कलम करने की वीडियो को शेयर भी किया है।
विश्व में इस साल 48 पत्रकारों की हत्या की गई और सीरिया लगातार पांचवे साल पत्रकारिता के लिहाज से सबसे खतरनाक देशों में शीर्ष पर बना हुआ है। एक अध्ययन से यह जानकारी मिली है। अमेरिका के गैर-लाभकारी संगठन 'कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट' द्वारा सोमवार को जारी किए गए अध्ययन के नतीजों से पता चलता है कि केवल सीरिया में 14 पत्रकार मारे गए। पत्रकारों के लिए अन्य खतरनाक देश भी मध्य पूर्व के ही रहे।
इराक, यमन, अफगानिस्तान, सोमालिया और लीबिया ने इस सूची में दूसरे से छठा स्थान हासिल किया है। निर्धारित उद्देश्य के साथ मारे गए 48 पत्रकारों में 26 संघर्ष या गोलीबारी में मारे गए, 18 की हत्या कर दी गई और 3 खतरनाक कार्य के दौरान मारे गए। रिपोर्ट में एक अन्य की स्थिति का उल्लेख नहीं किया गया है। इसके अतिरिक्त अज्ञात इरादों के तहत 27 पत्रकारों की हत्या हुई है।
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