संयुक्त राष्ट्र: ईरान की कुद्स आर्मी के चीफ मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की अमेरिकी हमले में मौत के बाद से ही दुनिया में मध्य-पूर्व को लेकर तमाम शंकाएं और आशंकाएं हैं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने एक ऐसी खबर दी है, जो यदि सच साबित हुई तो इस पूरे क्षेत्र में नए सिरे से और पहले से भी खतरनाक स्तर का संघर्ष छिड़ सकता है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यमन के हूती विद्रोहियों के पास ईरान में निर्मित हथियारों की तरह दिखने वाले नए हथियार हैं।
बता दें कि यदि हूती विद्रोहियों के पास ईरान निर्मित नए हथियार होने की पुष्टि होती है तो इसे संयुक्त राष्ट्र हथियार प्रतिबंध का उल्लंघन माना जाएगा। यमन संकट सऊदी अरब नीत सैन्य गठबंधन समर्थित सरकारी बलों के खिलाफ ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खड़े होने के कारण है। रिपोर्ट में कहा गया है कि विद्रोहियों के पास 2019 से मौजूद कुछ नए हथियारों की ‘तकनीकी विशेषताएं ईरान इस्लामी गणराज्य में निर्मित हथियारों से मेल खाती हैं।’ यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों ने तैयार की है जिन्हें हथियार प्रतिबंध की निगरानी का काम सौंपा गया था।
बता दें कि हूती विद्रोहियों ने समय-समय पर सऊदी अरब और उसकी गठबंधन सेना को काफी नुकसान पहुंचाया है। हूती विद्रोही अक्सर सऊदी अरब में मिसाइल हमले करते रहते हैं। बता दें कि यमन संकट इस समय दुनिया के सबसे बड़े मानवीय संकटों में से एक है और इसमें अभी तक हजारों लोगों की जानें जा चुकी हैं। मार्च 2015 से जारी इस लड़ाई में मरने वालों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
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