वाशिंगटन: पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने पिछले साल आठ नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव में अपनी हार के लिए एफबीआई, विकिलीक्स और रूसी हैकर्स को जिम्मेदार ठहराया है। हिलेरी ने न्यूयॉर्क में मौजूदा राजनीतिक मुद्दों पर वुमन फॉर वुमन इंटरनेशनल फोरम के दौरान सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में क्रिस्टियन अमानपाउर से यह बात कही। हिलेरी ने कहा, अगर चुनाव 27 अक्तूबर को होते तो, मैं आपकी राष्ट्रपति होती। मगर ऐसा नहीं हुआ, वह 28 अक्तूबर को हुए और उस दौरान काफी अजीबोगरीब चीजें चल रहीं थी। (ब्रिटेन: यूरोपीय संघ के ब्रेग्जिट वार्ताकार पेश करेंगे योजना)
उन्होंने कहा, वह एक परिपूर्ण अभियान नहीं था। उसमें ऐसा कुछ नहीं था। मैं जीतने की राह पर थी। लेकिन 28 अक्तूबर को जिम कॉमे के पत्र एवं विकिलीक्स के खुलासे ने उन लोगों के दिमाग में संदेह उत्पन्न किया जो मुझे वोट देने को इच्छुक थे, इसके बाद वह संशय में आ गए। हिलेरी ने कहा कि इन घटनाओं से जुडे़ सबूत प्रभावित करने वाले थे।
उन्होंने कहा, अपने आपे से पूछें, हॉलीवुड एक्सेस टेप सार्वजनिक होते ही एक-दो घंटे के अंदर ही रूस द्वारा चोरी किए गए जॉन पेडस्टा के ईमेल विकिलीक्स पर आ गए। क्या संयोग है। मेरे कहने का बस यही मतलब है कि आप बस ऐसे ही बातें नहीं बना सकते। उत्तर कोरिया पर एक सवाल के जवाब में हिलेरी ने कहा कि इस पर क्षेत्रीय प्रयासों की आवश्यकता है।
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