वाशिंगटन: अमेरिका में नस्लवाद के खिलाफ प्रदर्शनों के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिमाओं और अन्य प्रतीकों को हटाने के समर्थकों से कहा है कि अगर इतिहास की गलतियों से नहीं सीखा और समझा गया तो गलतियां दोहरायी जाएंगी। अमेरिका में दासता के प्रतीकों और अन्य ऐतिहासिक प्रतिमाओं को हटाए जाने के बाद ट्रंप ने इनकी सुरक्षा के लिए एक शासकीय आदेश लाने का वादा किया था।
ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि सार्वजनिक स्थानों पर लगाई प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाने या तोड़फोड़ करने वालों को संघीय कानून के तहत अधिकतम सजा मिले। उन्होंने अमेरिका के नस्लीय इतिहास से जुड़े व्यक्तियों की प्रतिमाओं को हटाकर नस्लीय अन्याय पर अपना आक्रोश जताने वाले प्रदर्शनकारियों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘हम इन असभ्य और गुंडों और इन अराजकतावादियों और आंदोलनकारियों के लिए लंबी जेल की सजा पर विचार कर रहे हैं।’’
उनका यह बयान तब आया है जब ट्रंप के पसंदीदा राष्ट्रपतियों में से एक एंड्रयू जैक्सन की लफायेत पार्क स्थित प्रतिमा को सोमवार रात को हटाए जाने की कोशिश की गई। पुलिस ने इस कोशिश को नाकाम कर दिया था। ट्रंप ने जैक्सन की प्रतिमा पर इसे ‘‘चोरी छिपे हमला’’ बताया। उन्होंने मंगलवार को फॉक्स न्यूज को कहा, ‘‘हमें इतिहास से सीखना चाहिए। और अगर आप अपने इतिहास को नहीं समझते तो हम फिर से इन्हें दोहराएंगे।’’
इस बीच दक्षिण कैरोलाइना के ऐतिहासिक चार्ल्सटन शहर में अधिकारियों ने पूर्व उपराष्ट्रपति और दासता के पैरोकार रहे जॉन सी कैलहन की एक प्रतिमा हटाने के लिए मंगलवार को सर्वसम्मति से मतदान किया। काउंसिल के सदस्यों ने शून्य के मुकाबले 13 मतों से इसे मंजूरी दी। इस प्रस्ताव से पूर्व उपराष्ट्रपति और दक्षिण कैरोलाइना से सीनेटर की मैरियन स्क्वेयर में 100 फुट ऊंची प्रतिमा हटाई जा सकेगी। शहर के अधिकारियों ने कहा कि कैलहन की प्रतिमा को स्थायी रूप से ‘‘एक उचित स्थल पर लगाया जाएगा जहां वह सुरक्षित तथा संरक्षित रहेगी।’’
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