डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, युद्ध अभ्यास के विरोध में किम ने एक सुंदर चिट्ठी भेजी है
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन से उन्हें एक ‘सकारात्मक पत्र’ मिला है।
वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन से उन्हें एक ‘सकारात्मक पत्र’ मिला है। ट्रंप ने कहा कि किम के साथ उनके संबंध अच्छे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने हालांकि इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी कि किम ने आखिर उस चिट्ठी में लिखा क्या है, लेकिन इतना जरूर कहा है कि वह उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन से अमेरिका-दक्षिण कोरिया के युद्ध अभ्यास के विरोध से सहमत हैं। उन्होंने कहा कि वह किम के साथ एक और बैठक करेंगे। आपको बता दें कि ट्रंप और किम पिछली गर्मियों से अभी तक 3 बार मुलाकात कर चुके हैं, जिसमें कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण का मुद्दा हमेशा प्रमुख रहा है।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, ‘मुझे लगता है कि हम एक और बैठक करेंगे। उन्होंने मुझे एक बेहद खूबसूरत, शुरू से लेकर अंत तक बेहद सुंदर, तीन पन्नों का पत्र लिखा है। यह पत्र काफी सकारात्मक है।’ ट्रंप ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उत्तर कोरियाई नेता मिसाइल प्रक्षेपण से खुश नहीं हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘उन्होंने मुझे एक बेहतरीन पत्र दिया है। मैं आपको उसे जरूर देना चाहूंगा, लेकिन मुझे नहीं पता, मुझे नहीं लगता कि यह उचित होगा। वह बेहद निजी पत्र है। यह बेहतरीन पत्र है। उन्होंने इस बारे में बताया कि वह (किम) क्या कर रहे हैं। वह प्रक्षेपण से खुश नहीं हैं। यह जो हम कर चुके हैं उसकी तुलना में बेहद छोटा प्रक्षेपण हैं।’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने पत्र मिलने की पुष्टि करते हुए कहा, ‘जैसा कि आपको पता है कि यह मुझे भी पसंद नहीं है। मैं कभी इसका प्रशंसक नहीं रहा। और आप जानते हैं क्यों? मैं इसके लिए भुगतान करना पसंद नहीं करता हूं। किम प्रक्षेपण से खुश नहीं हैं। उन्होंने पत्र में इसका जिक्र किया है, लेकिन वह उत्तर कोरिया के लिए अच्छा भविष्य भी देखते हैं। हम देखेंगे कि यह कैसे संभव होता है।’ ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरिया में कोई परमाणु प्रक्षेपण नहीं किया गया, केवल मध्यम गति का मिसाइल प्रक्षेपण किया गया। उन्होंने कहा, ‘कोई बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण नहीं किया। ना लंबी दूरी की मिसाइल।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि पत्र एक व्यक्ति द्वारा उन्हें निजी तौर पर पहुंचाया गया और उसे ‘किसी अन्य ने हाथ नहीं लगाया।’