वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जॉन बोल्टन को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद से हटाने के अपने फैसले का बचाव किया है। ट्रंप ने कहा है कि बतौर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोल्टन ने कुछ ‘गंभीर गलतियां’ की थीं और उनके कार्य प्रशासन के अनुरूप नहीं थे। ट्रंप ने कहा, ‘जब उन्होंने (बोल्टन) किम जोंग उन के लिए लीबियाई मॉडल की बात की तो वह अच्छा बयान नहीं था। आप जरा देखिए कि गद्दाफी के साथ क्या हुआ। तो उस हिसाब से देखा जाए तो यह अच्छा बयान नहीं था और इसने हमें निराश किया।’
‘मुझे लगा कि वह लाइन के बाहर जा रहे हैं’
बोल्टन को अचानक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद से हटाने के एक दिन बाद ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा, ‘जॉन के साथ मैंने काफी काम किया। उन्होंने कुछ बहुत बड़ी गलतियां कीं।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वह वेनेजुवेला को लेकर बोल्टन के रुख से भी सहमत नहीं थे। ट्रंप ने कहा, ‘मुझे लगा कि वह लाइन से बाहर जा रहे हैं और मैं सोचता हूं कि मैं सही साबित हुआ। लेकिन हम वेनेजुवेला पर बेहद करीब से नजर रख रहे हैं।’
‘वह इतने सख्त हैं कि हमें इराक भेज देते’
ट्रंप ने बोल्टन के सख्त मिजाज के बारे में बात करते हुए कहा, ‘आप जानते हैं कि जॉन को एक सख्त व्यक्ति के तौर पर जाना जाता है। वह इतने सख्त हैं कि हमें इराक भेज देते। लेकिन वह वास्तव में ऐसे शख्स हैं जिनके साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध थे। लेकिन उनके विचार प्रशासन के अन्य लोगों से मेल नहीं खाते थे।’ राष्ट्रपति के अनुसार बोल्टन प्रशासन के अनुरूप काम नहीं करते थे।
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